कोरोना के डेल्टा वेरिएंट ने बढ़ाई चिंता, चेन्नई के जूलॉजिकल पॉर्क में चार शेर पाए गए पॉजिटिव
चेन्नई। कोरोना महामारी के दूसरी लहर की रफ्तार धीमी पड़ चुकी है और अब हालात सामान्य होते दिख रहे हैं। लेकिन कोरोना के नए वेरिएंट सामने आने के बाद से चिंताएं बढ़ गई हैं। कोरोना के डेल्टा वेरिएंट को खतरनाक माना जा रहा है। तेजी के साथ लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं।
इस बीच डेल्टा वेरिएंट से जानवरों के भी संक्रमित होने के मामले सामने आए हैं। चेन्नई के वंडालूर में अरिग्नार अन्ना जूलॉजिकल पार्क में चार शेर कोरोना के डेल्टा वेरिएंट से संक्रमित पाए गए हैं। चारों शेरों से लिए गए नमूनों के जीनोम अनुक्रमण विश्लेषण से पता चला कि वे सभी COVID-19 की डेल्टा (बी.1.617.2) वेरिएंट से संक्रमित हैं।
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भोपाल स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट आफ हाई सिक्योरिटी एनिमल डिजीज (NIHSAD) में जीनोम सिक्वेंसिंग की गई थी। 'आईसीएआर-एनआईएचएसएडी के निदेशक ने जानकारी देते हुए बताया कि संस्थान में चारों नमूनों की जीनोम सीक्वेंसिंग की गई। सीक्वेंस के विश्लेषण से पता चलता है कि चारों सीक्वेंस पैंगोलिन लिनिएज बी.1.617.2 वेरिएंट के हैं जो विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार डेल्टा वेरिएंट हैं।
11 शेरों की हुई थी कोविड जांच
अरिग्नार अन्ना जूलॉजिकल पार्क ने 24-05-2021 को चार और 29-05-2021 के सात शेरों में SARS CoV-2 के परीक्षण के लिए ICAR-NIHSAD को नमूने भेजे थे। ICAR-NIHSAD भोपाल द्वारा 3 जून को भेजी गई रिपोर्ट के अनुसार, 9 शेरों के नमूने SARS CoV-2 के लिए सकारात्मक परीक्षण किए गए थे और तब से सभी का उपाचर किया जा रहा है।
पार्क के अधिकारियों ने संस्थान से SARS CoV-2 वायरस के जीनोम अनुक्रमण के परिणामों को साझा करने का अनुरोध किया था, जिससे सभी शेर संक्रमित हुए हैं। 11 मई, 2021 को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने बी.1.617.2 वंश को खतरनाक बताते हुए इसे डेल्टा वेरिएंट के रूप में वर्गीकृत किया था।
एक शेर व एक शेरनी की हो चुकी है मौत
बता दें कि इसी महीने वंडालूर जैविक उद्यान में एक शेर व एक शेरनी की मौत हो चुकी है। कोविड-19 की वजह से नौ साल की शेरनी नीला और 12 साल का शेर पद्मनाथन की मौत हो गई थी।
अब तक 80 देशों में फैल चुका है डेल्टा वेरिएंट
मालूम हो कि कोरोना वायरस का डेल्टा वेरिएंट का पहले केस भारत में मिला था। इसके बाद यह अब तक 80 देशों में फैल चुका है। WHO की ओर से 15 जून को एक रिपोर्ट जारी की गई थी, जिसके अनुसार डेल्टा वेरिएंट अब करीब 80 देशों में पाया जा रहा है। बी.1.617.2 डेल्टा स्वरूप का सबसे पहले भारत में अक्टूबर 2020 में पता चला था।
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