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भारत बायोटेक का बड़ा बयान, कहा- कोवैक्सीन के 1 बैच के निर्माण और वितरण में लगते हैं 120 दिन

नई दिल्ली। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच देश में तेजी के साथ कोविड टीकाकरण अभियान को आगे बढ़ाने को लेकर तमाम तरह की कोशिशें की जा रही है। केंद्र सरकार देशी वैक्सीन के उत्पादन क्षमता को बढ़ाने के साथ-साथ कई विदेशी वैक्सीन निर्माताओं के साथ भी टीके के उत्पादन को लेकर समझौता कर रही है। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि अगले दो-तीन महीने में वैक्सीन की कमी का मुद्दा खत्म हो जाएगा और व्यापक स्तर पर टीकाकरण अभियान को आगे बढ़ाया जाएगा।

वहीं, भारत बायोटेक की ओर से शुक्रवार को एक बड़ा बयान सामने आया है। कंपनी ने कहा है कि वैक्सीन के एक बैच के निर्माण से लेकर वितरित करने में तीन महीने का वक्त लगता है। भारत बायोटेक ने कहा कि 'कोवैक्सीन' के एक बैच के निर्माण, परीक्षण और रिलीज की समयसीमा लगभग 120 दिन है। क्योंकि यह सैकड़ों चरणों वाली एक जटिल और बहुक्रियात्मक प्रक्रिया है, जिसके लिए मानव संसाधनों के विविध पूल की आवश्यकता होती है।

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कंपनी ने आगे कहा कि लोगों के वास्तविक टीकाकरण को लेकर टीकों के परिणाम के लिए, अंतरराष्ट्रीय आपूर्ति श्रृंखला, प्रोड्यूसर्स, नियामकों और राज्य एवं केंद्र सरकार की एजेंसियों से अत्यधिक समन्वित प्रयासों की आवश्यकता है।

कंपनी ने कहा कि टीकों का उत्पादन स्केल-अप एक चरण-दर-चरण प्रक्रिया है, जिसमें जीएमपी (अच्छे विनिर्माण के लिए मानक संचालन प्रक्रिया) के कई नियामक एसओपी शामिल हैं। कोवैक्सीन को वास्तविक टीकाकरण में बदलने के लिए चार महीने का अंतराल है।

समान रूप से वितरित किए जाते हैं वैक्सीन

कंपनी ने स्पष्ट करते हुए कहा, कोवैक्सीन के एक बैच के लिए विनिर्माण, परीक्षण और रिलीज की समय सीमा लगभग 120 दिन है, जो प्रौद्योगिकी ढांचे और नियामक दिशानिर्देशों पर निर्भर करता है। इस प्रकार, इस साल मार्च के दौरान शुरू किए गए कोवैक्सीन के उत्पादन बैच जून के महीने के दौरान ही आपूर्ति के लिए तैयार होंगे।

केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) के दिशा-निर्देशों के आधार पर, भारत में आपूर्ति किए जाने वाले सभी टीकों को केंद्र की केंद्रीय औषधि प्रयोगशाला में परीक्षण और रिलीज के लिए प्रस्तुत करने के लिए कानून द्वारा अनिवार्य किया गया है। राज्य और केंद्र सरकारों को आपूर्ति किए गए टीकों के सभी बैच केंद्र से प्राप्त आवंटन ढांचे पर आधारित हैं।

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भारत बायोटेक ने कहा, हमारी सुविधाओं से राज्य और केंद्र सरकार के डिपो तक वैक्सीन की आपूर्ति की समय सीमा लगभग दो दिन है। इन डिपो में प्राप्त टीकों को राज्य सरकारों द्वारा अपने संबंधित राज्यों के भीतर विभिन्न जिलों में वितरित किया जाना है। इसमें अतिरिक्त दिनों की जरूरत होती है।

कंपनी ने यह भी कहा कि महामारी के टीके संबंधित सरकारों द्वारा आबादी के सभी वर्गों में समान रूप से वितरित किए जाते हैं। एक बार टीकाकरण केंद्रों पर उपलब्ध टीकों को मांग के आधार पर प्राप्तकर्ताओं को समय-समय पर प्रशासित किया जाता है।



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