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बिहार और असम में बाढ़ से बिगड़े हालात, NDRF की 20 राज्यों में 122 टीमें तैनात

नई दिल्ली। देश के उत्तरी और पूर्वोत्तर में भारी बारिश, भूस्खलन और बाढ़ से कई राज्यों में लाखों लोगों को भीषण प्राकृतिक आपदा ( Natural Calamity ) का सामना करना पड़ रहा है। बिहार और असम ( Bihar and Assam ) में बाढ़ से हालत बेकाबू हो गए हैं। एक अनुमान के मुताबिक असम में सबसे ज्यादा 113 लोगों की मौत हुई है। बिहार में 20 से ज्यादा, मेघालय में 4 और उत्तराखंड में 4 लोगों की मौत हुई है।

Assam में 24 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित

असम में इस आपदा में मंगलवार तक मरने वालों की संख्या बढ़कर 113 से ज्यादा हो गई है। वहीं राज्य के 24 जिलों के 24.19 लाख लोग इससे प्रभावित हुए हैं। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल ( NDRF ) के एक प्रवक्ता ने बताया कि बाढ़ और भारी बारिश की स्थिति से निपटने के लिए 20 राज्यों में 122 टीमों को तैनात किया है। इनमें से 12 टीम असम में हैं।

असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ( ASDMA ) की दैनिक बाढ़ रिपोर्ट के मुताबिक मंगलवार को एक व्यक्ति की नगांव जिले में मौत हुई है। दूसरे की मोरीगांव में जान चली गई। उसने बताया कि बारिश और बाढ़ के कारण हुए भूस्खलन की वजह से 26 लोगों की मौत हुई है।

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Bihar में वज्रपात से 17 की मौत

बिहार में मंगलवार को बारिश के दौरान वज्रपात ( Thunderclap ) से 17 लोगों की मौत हो गई। मरनेवालों में बांका के 6, बिहारशरीफ के 4, जमुई के 3, बोधगया के 2 और लखीसराय व नवादा के एक-एक व्यक्ति शामिल हैं।

CM नीतीश ने जताया दुख

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ( CM Nitish Kumar ) ने वज्रपात में मारे गए लोगों के प्रति दुख जताया है। उन्होंने अविलंब मृतक के परिजनों को 4-4 लाख रुपए अनुग्रह अनुदान देने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा की इस घड़ी में वे प्रभावित परिवारों के साथ हैं।

4 लाख लोग बेघर, NDRF की 19 टीमें तैनात

नेपाल में भारी वर्षा के कारण वाल्मीकिनगर में गंडक बराज से रिकॉर्ड 4.20 लाख घनसेक और वीरपुर में कोसी बराज से 3.20 लाख घनसेक पानी छोड़ा गया है। इससे उत्तर और पूर्वी बिहार के गंडक और कोसी प्रभावित क्षेत्रों के निचले इलाके में बाढ़ की स्थिति गंभीर होती जा रही है। आपदा प्रबंधन विभाग ने एक बुलेटिन में बताया कि गंगा को छोड़ कई नदियां खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं। बाढ़ के पानी ने 8 जिलों के करीब चार लाख लोगों को प्रभावित किया है। आपदा मोचन बल की सर्वाधिक 19 टीमें बिहार में तैनात की गई हैं।

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असम में मदद करने को तैयार United Nations

संयुक्त राष्ट्र ( United Nations ) बाढ़ग्रस्त असम में राहत कार्यों के लिए मदद की दरकार होने पर भारत सरकार की सहायता के लिए पूरी तरह तैयार है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा कि हमारे सहयोगियों ने बताया है कि भारत में असम और पड़ोसी देश नेपाल में मानसून की बारिश के कारण आई बाढ़ के कारण 2254 गांवों के करीब 40 लाख लोग बेघर हो गए हैं और 189 लोगों की जान गई है। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र जरूरत पड़ने पर भारत सरकार की मदद को तैयार है। विश्व खाद्य कार्यक्रम ( WAF ) असम और नेपाल में प्रभावित समुदायों तक पहुंचने की कोशिश कर रहा है।

Meghalaya में 4 की मौत

मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ( Chief Minister Konrad Sangma ) ने बताया कि राज्य के पश्चिम गारो हिल्स जिले में बाढ़ में 4 बच्चों और एक महिला की मौत हो गई है। 1.52 लाख लोग प्राकृतिक आपदा से प्रभावित हैं। उन्होंने मृतकों के परिजनों के लिए 4 लाख रूपए के मुआवजे का ऐलान किया।

Uttarakhand में 4 शव बरामद

उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में सोमवार को हुए भू-स्खलन ( Landslide ) में दब गए 11 ग्रामीणों में से 4 के शव निकाले गए हैं। 7 अब भी लापता हैं। जिले के बंगापानी तहसील के टांगा गांव में रविवार देर रात मूसलाधार बारिश के बाद भू-स्खलन ने मुनस्यारी तहसील के गांव गैला पत्थरकोट और बंगापानी तहसील के टांगा गांव मे भारी तबाही मचा दी। गांव में जमींदोज 4 मकानों के मलबे से बचाव दल ने 4 ग्रामीणों के शव निकाले हैं। मलबे में अभी सात और ग्रामीण दबे हैं। जिले के दो गांवों में मरनेवालों की संख्या 7 हो गई है। जिले गैला पत्थरकोट गांव में बेटी समेत दंपति की मौत हो गई। टांगा गांव में चार मकान गिरने से 11 लोग मलबे में दब गए थे।



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