Weather Update: यूपी, राजस्थान और एमपी सहित कई राज्यों में लू का कहर जारी, 7 जुलाई तक न करें गर्मी से राहत की उम्मीद
नई दिल्ली। उत्तर भारत के अधिकांश क्षेत्रों में 'लू' का प्रकोप चरम पर है। चिलचिला देने वाली गर्मी ने लोगों की परेशानियों में इजाफा कर दिया है। इस बीच भारतीय मौसम विभाग द्वारा पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तरी राजस्थान, उत्तर प्रदेश और उत्तर-पश्चिम मध्य प्रदेश में अगले 48 घंटे तक गर्म हवाएं यानी लू के चलने की संभावना जाहिर कर साफ कर दिया है कि देश के इन क्षेत्रों में रहने वाले लोग अभी कुछ और दिनों तक भीषण गर्मी से राहत की उम्मीद न करें। वहीं दिल्ली और आसपास के इलाकों में 7 जुलाई तक मॉनसून की बारिश होने की संभावना नहीं है। जुलाई के मध्य तक सामान्य से कम बारिश होगी। इससे पहले 2012 में मॉनसून दिल्ली में इतनी देर से पहुंचा था।
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आईएमडी की चेतावनी
आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि दो दिन बाद अरब सागर से चलने वाली दक्षिण-पछुआ पवनों के कारण लू की प्रचंडता में कमी आने की संभावना है। लेकिन हवा में नमी बढ़ने के कारण अगले 7 दिनों के दौरान गर्मी से ज्यादा राहत मिलने की उम्मीद न करें।
राजस्थान के चुरू में पारा 45 के डिग्री के पार
दरअसल, उत्तर भारत के कई राज्यों में हीट वेव जारी है। यूपी, दिल्ली, राजस्थान, एमपी समेत कई राज्यों में तापमान 40 के पार जा चुका है। यही वजह है कि उत्तर भारत के अधिकांश राज्यों में हीट वेस की स्थिति है। यही कारण है कि मौसम विभाग ने उत्तर भारत वाले राज्यों में अगले दो दिनों तक लू के जारी रहने की संभावना जताई है। राजस्थान में लू के थपेड़ों ने लोगों का जीना मुहाल कर रखा है, जहां 17 जिलों में तापमान 40 के पार है। चुरू में पारा 45 डिग्री के करीब पहुंच गया है.
गर्मी ने बढ़ाई बिजली की खपत
भीषण गर्मी के कारण कई राज्यों में बिजली की मांग भी बढ़ गई है। देश में बिजली की मांग रिकॉर्ड 4 हजार 303 मेगा यूनिट तक पहुंच गई है। पिछले साल जून के मुकाबले इस बार जून में बिजली की खपत करीब 10 प्रतिशत बढ़कर 115.39 अरब यूनिट हो गई है। ताजा अपडेट के मुताबिक 30 जून, 2021 को देश में बिजली की खपत 438.4 करोड़ यूनिट ( एमयू ) दर्ज की गई थी जो कि अब तक सबसे अधिक दैनिक बिजली खपत है। पंजाब में हर रोज बिजली की मांग 14,000 मेगावाट से अधिक है। बिजली संकट को देखते हुए सरकारी दफ्तरों के समय में कटौती की गई है। पंजाब में इन दिनों सुबह आठ बजे से लेकर दोपहर 2 बजे तक ही काम हो रहा है।
इसलिए लेट हो रहा मॉनसून
आईएमडी के मुताबिक मॉनसून राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा और पंजाब के हिस्सों को छोड़ कर देश के अधिकांश हिस्से में पहुंच गया है। इसके बावजूद मॉनसूरी बारिश न होने की मुख्य वजह 19 जून से अभी तक कम ऊंचाई पर पछुआ पवनें, प्रतिकूल मौसमी परिस्थितियों और उत्तरी बंगाल की खाड़ी के ऊपर हवा का कम दबाव का क्षेत्र न होना है। मृत्युंजय महापात्र का कहना है कि जुलाई महीने में उत्तर पश्चिम भारत में सामान्य से कम से लेकर सामान्य बारिश होने की संभावना है। मॉनसून के आने के बाद से, एक जून से उत्तर पश्चिम भारत में 14 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। उन्होंने बताया है कि आमौतर पर मॉनसून 27 जून तक दिल्ली में दस्तक दे देता है और आठ जुलाई तक पूरे देश में सक्रिय हो जाता है। पिछले साल मॉनसून 25 जून को दिल्ली पहुंचा था और पूरे देश में यह 29 जून तक सक्रिय हो गया था।
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