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PM Modi ने कहा- Digital India यानी सबको अवसर, सुविधा और सबकी भागीदारी, 6 वर्ष पूरे होने पर की लाभार्थियों से बात

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM Narendra Modi) ने डिजिटल इंडिया अभियान ( Digital India Initiative ) की छठी वर्षगांठ के मौके पर विभिन्न योजनाओं का लाभ ले रहे लाभार्थियों से बातचीत की।

पीएम मोदी ने कहा कि डिजिल इंडिया की पहल से भारत के लोगों के जीवन में परिवर्तनकारी प्रभाव पड़ा है। प्रौद्योगिकी पर हमारे जोर ने सेवा वितरण और पारदर्शिता को बढ़ाया है। कार्यक्रम की शुरुआत आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद के संबोधन के साथ हुई।

डिजिटल इंडिया अभियान के 6 वर्ष पूरे होने पर पीएम मोदी ने कहा कि ये दिन भारत के सामर्थ्य, संकल्प और भविष्य की असीम संभावनाओं को समर्पित है। ये दिन हमे याद दिला रहा है कि एक राष्ट्र के रूप में महज 6 वर्षों में हमने डिजिटल स्पेस में कितनी बड़ी छलांग लगाई है।

पीएम ने कहा, डिजिटल इंडिया यानी सबको अवसर, सबको सुविधा सबकी भागीदारी। सरकारी तंत्र तक हर किसी की पहुंच। डिजिटल इंडिया यानी पारदर्शी, भेदभाव रहित व्यवस्था और भ्रष्टाचार पर चोट। समय, श्रम और धन की बचत। तेजी से लाभ और पूरा लाभ। मिनिमम गवर्नमेंट, मैक्सीमम गवर्नेंस।

भारत में गांव भी टेक्नोलॉजी को अपनाकर तरक्की कर रहा है। ड्राइविंग लाइसेंट हो, बर्थ सर्टिफिकेट हो, बिजली का बिल, पानी का बिल, इनकर टैक्स रिटर्न भरना हो ऐसे तमाम कामों के लिए अब प्रक्रियाएं डिजिटल इंडिया की मदद से आसान और तेज हुई हैं।

डिजिटल इंडिया की ही शक्ति है कि वन नेशन, वन राशन कार्ड का संकल्प पूरा हो रहा है। एक ही राशन कार्ड पूरे देश में मान्य है। इसका सबसे बड़ा लाभ उनक श्रमिक परिवारों को हो रहा है जो काम के लिए दूसरे राज्यों में जाते हैं।

दूर दराज के इलाकों तक स्वास्थ्य सुविधाओं को पहुंचाने में अहम भूमिका निभा रहा है डिजिटल इंडिया।
नेशनल डिजिटिल हेल्थ मिशन के तहत प्रभावी प्लेटफॉर्म पर काम चल रहा है। दुनिया के सबसे बड़ा डिजिटल कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग एप में से एक आरोग्य सेतु का कोरोना संक्रमण को रोकने में बहुत मदद मिली।

भारत के कोविन एप ने भी टीकाकरण में बड़ा योगदान दिया है। कोविड काल में ही हमने अनुभव किया कि डिजिटल इंडिया ने हमारे काम को कितना सरल बना दिया।
कोई पड़ाहों से कोईं गांव में बने अपने घर से काम कर रहा है। कल्पना कीजिए डिजिटल कनेक्ट नहीं होता तो कोरोना काल में क्या स्थिति होती।

पीएम मोदी ने बातचीत की शुरुआत पांचवी की छात्रा सुहानी से की, जो दीक्षा पोर्टल के जरिए ऑनलाइन शिक्षा का लाभ ले रही हैं। पीएम मोदी ने पूछा इसकी जानकारी कैसे मिली। सुहानी ने बताया टीचर के जरिए जानकारी मिली।

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टीचर ने बताया ये पोर्टल शिक्षा के लिहाज से काफी लाभकारी है। इसे देशभर में कहीं से भी पढ़ाई की जा सकती है। नेटवर्क ना होने पर भी कंटेट डाउनलोड किया जा सकता है।

सर्टिफिकेशन फैक्टर टीचर्स को भी मोटिवेट करता है। इससे शिक्षकों को तो मदद मिल रही है साथ ही बच्चों को भी फायदा हो रहा है।

ऑनलाइन के साथ-साथ ऑफलाइन भी शिक्षा को बेहतर बनाया जा सके। गांव-गांव में सस्ती और अच्छी इंटरनेट कनेक्टिविटी मिले। ताकी गरीब से गरीब बच्चा भी प्रतिभा का विकास कर सके।

ईनाम योजना का लाभ मिला
महाराष्ट्र से एक योजना लाभार्थी से भी पीएम मोदी ने बात की। लाभार्थी ने बताया कि किसानों ने कई योजनाओं के जरिए लाभ उठाया है। हमारी मंडी में दिनभर 1000 से 2000 बोरी बेची जाती थी. अब ईनाम योजना के माध्यम से दो घंटे में चार से पांच बोरियों का ऑक्शन हो रहा है। पेमेंट भी तुरंत मिल जाता है। कोरोना काल में भी इसका बहुत फायदा मिला। लॉकडाउन के बाद भी किसानों को माल बेचने में परेशानी नहीं हुआ।

ई-संजीवनी ने इलाज में की बड़ी मदद
ईस्ट चंपारण बिहार से शुभम और उनकी दादी ने पीएम मोदी ने बात की। पीएम मोदी ने पूछा- आपको क्या फायदा हुआ। डिजिटल इंडिया का सबसे बड़ा फायदा आने-जाने का खर्च बचा। कोरोना काल में लोगों के संपर्क में आने से बच गए। उपचार के लिए डॉक्टर से बातचीत भी पर्ची एप के जरिए मिल जाती है।

ई-संजीवनी योजना का लाभ लेकर ना सिर्फ इलाज सुगम हुआ बल्कि सस्ता भी मिला। टेक्नोलॉजी की समस्या को लेकर भी पीएम ने पूछा तो शुभम ने कहा, इसमें कोई परेशानी नहीं हुई।

डॉ. भूपेंद्र ने बताया कि ई संजीवनी का बड़ा फायदा यह है कि इसमें मरीज की हिस्ट्री को शामिल किया जाता है। ऐसे में डॉक्टर के लिए इलाज करना आसान होता है।

आत्मनिर्भरता की ओर तेजी से बढ़ा रहा डिजिटल इंडिया
प्रसाद ने अपने संबोधन में कहा कि 6 वर्ष डिजिटिल इंडिया के पूरे हो गए। डिजिटल इंडिया का मतलब है टेक्नोलॉजी के माध्यम से हिंदुस्तानियों का जीवन सरल और सुगम बनाना। डिजिटल इंडिया के जरिए देश तेजी से आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है।
हमने गरीबों के एकाउंट खोले, 16 लाख 88 हजार करोड़ गरीबों के एकाउंट में ट्रांसफर किए।
टेली मेडिसिन, डिजिटल पेमेंट, स्वनिधि, ई बुनाई, डिजिटल एग्रीकल्चर मार्केट के माध्यम से फसल बेची खरीदी जा रही है। वन नेशन वन राशन योजना के तहत कहीं से भी राशन लिया जा सकता है।

देश में 1.72 लाख स्टोर खोले गए। इन ई ग्रामीण स्टोर में 295 करोड़ का ट्रांजक्शन किया गया है।

कोरोना काल में भी कारगर
कोरोना काल के दौरान डिजिटल माध्यम से टीकाकरण, आरोग्य सेतु ने इसे सरल और कारगर बनाया। प्रसाद ने कहा कि भविष्य में हमारा मकसद डिजिटल आंदोलन को और आगे बढ़ाना है। दर्जनों कार्यक्रमों के जरिए दुनिया में भारत के डिजिटल अभियान को नई ऊंचाई दी है।

आने वाले दिनों में ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क गांव-गांव तक पहुंचाया जाएगा। डिजिटल सेवाओं से भारत को और मजबूत करेंगे यही संकल्प है।

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सरकार को नागरिकों के करीब पहुंचाया
इससे पहले प्रधानमंत्री कार्यालय ( PMO ) ने कहा है कि डिजिटल इंडिया न्यू इंडिया की सफलता की बड़ी उपलब्धियों में से एक है। सेवा को सुगम बनाने के साथ ही इसने सरकार को नागरिकों के करीब पहुंचाया है। यही नहीं डिजिटलाइजेशन ने नागरिकों की भागीदारी को प्रोत्साहित किया है और लोगों को सशक्त बनाया है।
1 जुलाई को डिजिटल इंडिया (Digital India) लॉन्च होने के छह साल पूरे हो रहे हैं।

भारत को डिजिटल रूप से सशक्त समाज और ज्ञान अर्थव्यवस्था में बदलने के मकसद से डिजिटल इंडिया पहल की शुरुआत की गई थी।

उपलब्धियों पर आधारित वीडियो की प्रस्तुति
डिजिटल इंडिया की खास उपलब्धियों पर आधारित एक वीडियो का प्रदर्शन भी कार्यक्रम के दौरान किया जाएगा।



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