पहाड़ों पर बढ़ती भीड़ के बीच सरकारें हुईं सख्त, मसूरी से लेकर मनाली तक जाने से पहले चेक कर लें पाबंदियों की लिस्ट
नई दिल्ली। देश अभी कोरोना वायरस ( Coronavirus ) की दूसरी लहर से उबर रहा है, लेकिन एक बार फिर लापरवाहियां बढ़ रही है। खास तौर पर पहाड़ी राज्यों में छुट्टियां मनाने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। इस दौरान ना सिर्फ भीड़ बढ़ रही है बल्कि डराने वाली तस्वीरें भी सामने आने लगीं।
यही वजह है कि अब सरकारें सख्त हो गई हैं और एक बार फिर हिल स्टेशनों पर एंट्री से पहले कुछ पाबंदियां लगा दी गई हैं। आप भी अगर हिल स्टेशन पर घूमने का प्लान बना रहे हैं तो पहले जान लें पाबंदियों की लिस्ट।
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संभावित तीसरी लहर से पहले ही देश में कोरोना को लेकर लापरवाहियां बढ़ रही हैं। कई टूरिस्ट स्पॉट पर बड़ी संख्या में सैलानी पहुंच रहे हैं। इन जगहों से जो तस्वीरें आ रही हैं वो डराने वाली है। क्योंकि ना तो मास्क का और ना सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा रहा है।
इस नजारे से चिंतित उत्तराखंड हाई कोर्ट (Uttarakhand High Court) ने सख्ती दिखाते हुए प्रशासन को ध्यान देने के आदेश दिए हैं। कोर्ट के आदेश के बाद सरकार भी सख्ती बढ़ा दी है।
रजिस्ट्रेशन हुआ जरूरी
उत्तराखंड हाई कोर्ट के आदेश के बाद नैनीताल में बढ़ रही पर्यटकों की संख्या को देखते हुए यहां पाबंदियां बढ़ा दी गई हैं। डीएम धीरज सिंह गर्ब्याल ने आदेश जारी करते हुए शहर में बेरोकटोक एंट्री को बंद कर दिया है।
साथ ही शहर में आने के लिए कई नियम लागू कर दिए हैं। इसके तहत नैनीताल में अब सिर्फ उन्हीं वाहनों को एंट्री दी जाएगी जिनका रजिस्ट्रेशन देहरादून स्मार्ट पोर्टल में होगा और 72 घंटे की कोविड नेगेटिव रिपोर्ट ( Corona Negative Report ) उनके पास होगी।
होटल रजिस्ट्रेशन का प्रूफ भी अनिवार्य
सैलानियों को चेकिंग के दौरान होटलों की बुकिंग का प्रमाण भी दिखाना होगा। इस दौरान कोई भी पर्यटक नियमों का उल्लंघन करते हुए पकड़ा गया तो उस पर आपदा प्रबंधन एक्ट समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
डीएम के मुताबिक वीकेंड की भीड़ को कम करने के लिए ये आदेश जारी किया है जो 12 जुलाई तक प्रभावी रहेगा। डीएम ने बताया कि स्थानीय लोगों की एंट्री में किसी तरह की अनिवार्यता नहीं होगी।
पुलिस ने तैयार किए पर्यटकों के रूट
कोरोना संकट के बीच अब पुलिस ने सैलानियों के लिए रूट तैयार किया है। नैनीताल आने वाले पर्यटकों के लिए पुलिस ने रूट बनाए है। बाहर से आने वाले पर्यटकों की गाड़ियों पर एक अलग स्टीकर लगाया जाएगा।
गाड़ियों पर लगेगा ब्लू स्टीकर
सीधे नैनीताल आने वाले पर्यटकों के वाहन पर ब्लू स्टीकर लगाया जाएगा और उन्हें कालाढुंगी से प्रवेश दिया जाएगा। वहीं, भवाली रामगढ़ अल्मोड़ा पिथौरागढ़ जाने वाले वाहनों को भवाली स्लिप दी जाएगी जो बया ज्योलिकोट आवाजाही की अनुमति दी जाएगी।
इसके अलावा भीमताल नौकुचियाताल जाने वाले पर्यटकों को हल्द्वानी के रानीबाग से जाने की अनुमति होगी।
बाइक वालों के लिए ये रूट
बाइकों से आने वालों को नारायण नगर और रूसी बाईपास पर रोका जाएगा, जिसके बाद यहां से शटल सेवा से नैनीताल लाया जाएगा।
केम्पटी फॉल्स में सिर्फ आधा घंटा रहने की इजाजत
नैनीताल के अलावा अन्य टूरिस्ट स्पॉट्स पर भी पाबंदियां बढ़ा दी गई हैं। खास तौर पर वीकेंड के दौरान। मसूरी के टॉप टूरिस्ट प्लेस केम्पटी फॉल (Kempty Falls) पर अब एक बार में 50 पर्यटक ही नहा पाएंगे।
साथ ही झरने में रुकने का टाइम भी अधिकतम आधा घंटा निर्धारित कर दिया गया है।
आधे घंटे में बजेगा हूटर
इतना ही नहीं,केम्पटी फॉल्स में चेक पोस्ट लगाने और सीमित संख्या में पर्यटकों के प्रवेश के आदेश भी जारी किए हैं, ताकि कोविड-19 नियमों के तहत पर्यटकों की चेकिंग की जा सके।
इसके साथ ही हर आधे घंटे में अब हूटर भी बजा करेगा जो लोगों के लिए झरने से निकलने का संकेत होगा।
ई-पास के बिना हिमाचल एंट्री नहीं
उत्तराखंड के अलावा हिमाचल सरकार ने भी कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन ना हो इसके लिए सैलानियों को बिना ई-पास अनुमति नहीं देने का फैसला लिया है।
टूरिस्ट प्लेस मनाली, शिमला आने वाले पर्यटकों के लिए ट्रेवल एडवाइजरी जारी करते हुए ई-पास (E-pass) को अनिवार्य कर दिया है। हालांकि राज्य में एंट्री के लिए कोरोना नेगेटिव की रिपोर्ट की अब जरूरत नहीं होगी।
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