बिहार: प्री-मानसून ने तोड़ा एक दशक का रिकॉर्ड, 12-13 जून को होगी मानसून की दस्तक, 18 जिलों में यलो अलर्ट

पटना। कोरोना संकट के बीच लगातार दो चक्रवाती तूफानों (तौकते और यास) ने कई राज्यों को बुरी तरह से प्रभावित किया है। मानसून से पहले इस तरह से कुछ राज्यों में भारी बारिश से लोगों को गर्मी से जरूर राहत मिली है। वहीं धान की खेती करने वाले राज्यों के लिए भी अच्छी रही।
मानसून के अभी दस्तक देने में कुछ दिन का वक्त है, लेकिन बिहार में मानसून से पहले की बारिश ने एक दशक का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। प्री मानसून के दौरान बिहार में औसतन 81.7 मिलीमीटर बारिश होती है, लेकिन इस वर्ष प्री मानसून के दौरान यानी एक मार्च से 31 मई तक राज्य में रिकॉर्ड 267.5 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई, जो सामान्य से 227 फीसदी अधिक है। इससे पहले बिहार में प्री-मानसून में सबसे अधिक बारिश 2021 में हुई थी।
इस साल सबसे अधिक बारिश मई में हुई है। बिहार में मई में सामान्यत: 56.9 मिलीमीटर बारिश होती है, पर इस बार 261 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई, जो सामान्य से 369 फीसदी अधिक है। मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि अगले कुछ दिन प्रदेश में झमाझम बारिश जारी रहने की उम्मीद है।
12 -13 जून का बिहार में दस्तक देगा मानसून
मौसम विभाग के मुताबिक, बिहार में 12 -13 जून तक मानसून के दस्तक देने की उम्मीद है। अभी मानसून का केरल तट पर दस्तक देना बाकी है। अनुमान है कि अगले दो दिनों में मानसून के केरल तट पर बरसने के आसार हैं। ऐसे में बिहार तक आने में 12 -13 दिन का समय लगेगा। तब तक उमस, आंधी, बारिश एवं वज्रपात की आशंका बनी रहेगी।
प्रदेश में मानसून की बारिश शुरू होने के बाद उमस में काफी कमी आएगी। पटना मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक संजय कुमार ने कहा कि इस वर्ष पूर्णिया के रास्ते मानसून प्रदेश में प्रवेश करेगा। उम्मीद है कि 12 या 13 जून को राज्य में मानसून प्रवेश कर सकता है।
बिहार के 18 जिलों में येलो अलर्ट
मौसम विज्ञान केंद्र ने मानसून के मद्देनजर उत्तरी बिहार के 18 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि राज्य में मंगलवार को उत्तरी बिहार में बारिश हो सकती है।
जिन जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है उनमें सुपौल, अररिया, किशनगंज, मधेपुरा, सहरसा, पूर्णिया, पश्चिमी चंपारण, सिवान, सारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सीतामढ़ी, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, दरंभगा, वैशाली, शिवहर और समस्तीपुर शामिल है। इन जिलों में भारी बारिश के आसार हैं।
एक दशक में प्री मानसून के दौरान बिहार में बारिश
वर्ष | औसत बारिश | सामान्य बारिश | प्रतिशत वृद्ध |
2013 | 227.9 | 81.7 | 179 प्रतिशत ज्यादा |
2014 | उपलब्ध नहीं | 81.7 | उपलब्ध नहीं |
2015 | 103.8 | 81.7 | 027 |
2016 | 93.5 | 81.7 | 14 प्रतिशत ज्यादा |
2017 | 124 | 81.7 | 52 प्रतिशत ज्यादा |
2018 | 70.1 | 81.7 | 14 प्रतिशत कम |
2019 | 76.7 | 81.7 | 6 प्रतिशत कम |
2020 | 182.2 | 81.7 | 123 प्रतिशत ज्यादा |
2021 | 267.5 | 81.7 | 227 प्रतिशत ज्यादा |
मई महीने में बिहार में बारिश की स्थिति
वर्ष | औसत बारिश | सामान्य बारिश | प्रतिशत वृद्धि |
2013 | 176.8 | 56.9 | 35 |
2014 | - | - | - |
2015 | 38.9 | 56.9 | -32 |
2016 | 84 | 56.9 | 48 |
2017 | 79.7 | 56.9 | 40 |
2018 | 45.5 | 56.9 | -20 |
2019 | 33.3 | 56.9 | -41 |
2020 | 81.4 | 56.9 | 43 |
2021 | 261 | 56.9 | 369 |
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