Header Ads

Indonesia की लापता Submarine की तलाश तीसरे दिन भी जारी, भारतीय नौसेना ने भी भेजा अपना पोत

नई दिल्ली। इंडोनेशियाई ( Indonesia ) नौसेना की पनडुब्बी ( Submarine ) की तलाश तीसरे दिन भी जारी है। सबमरीन की तलाश के लिए इंडोनेशियाई नौसेना ने गहन तलाश शुरू कर दी है। वहीं इस पनडुब्बी को ढूंढने के लिए भारतीय नौसेना ने भी अपना पोत भेजा है। आपको बता दें कि लापता सबमरीन में 53 लोग सवार हैं।

पनडुब्बी गहरे समुद्र में समाने की आशंका बनी हुई है। इसके साथ ही इसमें सवाल लोगों के जीवित रहने की संभावनाएं भी लगातार कम होती जा रही हैं।

यह भी पढ़ेँः देश में नहीं थम रही Corona की रफ्तार, अब एक दिन में सामने आए 3.32 लाख से ज्यादा नए केस

समुंदर में लापता हुई इंडोनेशिया की पनडुब्बी को खोजने के लिए कई देश सामने आए हैं। भारत के अलावा सिंगापुर, मलेशिया ने भी अपने पोत भेजे हैं, जबकि ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, जर्मनी, फ्रांस, रूस, भारत और तुर्की की सेना ने भी मदद की पेशकश की है।
वहीं गुरुवार को भारतीय नौसेना ने समुद्र की गहराई में बचाव अभियान चलाने में सक्षम अपने पोत को तैनात कर दिया है। भारतीय नौसेना के अधिकारियों के मुताबिक ‘डीप सबमर्जेंस रेस्क्यू वेसल (DSRV) इंडोनेशियाई नौसेना की लापता पनडुब्बी की तलाश में मदद करने के लिए विशाखापत्तनम से रवाना हो चुका है।
दरअसल इंडियन नेवी ने DSRV को भेजने का फैसला इंटरनेशनल सबमरीन एस्केप ऐंड रेस्क्यू लायजन ऑफिस (आईएसएमईआरएलओ) की ओर से इंडोनिशयाई पनडुब्बी के लापता होने का अलर्ट जारी करने के बाद किया है।

ऐसे लापता हुई पनडुब्बी
इंडोनेशिया की डीजल चालित ‘केआरआई नांग्गला 402’ पनडुब्बी बुधवार को उस समय लापता हो गई जब यह प्रशिक्षण अभ्यास कर रही थी। अधिकारियों के मुताबिक बाली द्वीप से 96 किलोमीटर उत्तर में आखिरी बार इस पनडुब्बी को पानी में गोता लगाते हुए देखा गया था।

यह भी पढ़ेँः World Book Day 2021: आखिर क्यों 23 अप्रैल को मनाया जाता है विश्व पुस्तक दिवस

खास बात यह है कि जहां इस पनडुब्बी को आखिरी बार देखा गया है, वहां पर तेल का रिसाव और डीजल की गंध मिली है। यही वजह है कि माना जा रहा है कि ये पनडुब्बी गहरे समुंदर में चली गई हो।

हालांकि अब तक ये बात साफ नहीं हुई है कि इस तेल का संबंध लापता पनडुब्बी से ही है या नहीं। इंडोनेशियाई नौसेना ने कहा कि उसे लगता है यह पनडुब्बी 600 से 700 मीटर की गहराई में डूबी है जो 200 मीटर गहराई के पूर्व के अनुमान से काफी ज्यादा है।



from Patrika : India's Leading Hindi News Portal
Read The Rest:patrika...

No comments

Powered by Blogger.