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केजरीवाल सरकार ने हर घर ऑक्सीजन पहुंचाने का किया था वादा, अब केंद्र सरकार के सामने फैला रहे हैं हाथ

नई दिल्ली। देश में कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ते मामलों के बीच ऑक्सीजन की कमी से हाहाकार मचा है। कई राज्यों के अस्पतालों में ऑक्सीजन की भारी कमी है। इसकी वजह से हजारों मरीजों की जान खतरे में है। शनिवार को ही राजधानी दिल्ली के जयपुर गोल्डन अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से 25 मरीजों की मौत हो गई। इस घटना के बाद दिल्ली हाईकोर्ट ने सख्त टिप्पणी करते हुए कहा कि देश में कोरोना की दूसरी लहर नहीं, बल्कि सुनामी है। कोर्ट ने सख्त टिप्पणी करते हुए कहा कि ऑक्सीजन की कमी से किसी की मौत होने पर दोषियों को फांसी पर लटका देना चाहिए।

राजधानी दिल्ली समेत कई राज्यों के अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी है। इस संबंध में पीएम मोदी ने बीते दिन (23 अप्रैल) राज्यों के मुख्यमंत्रियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात की और समाधान को लेकर चर्चा की। इस दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पीएम मोदी से कहा कि दिल्ली में ऑक्सीजन की भारी किल्लत है। अगर यहां ऑक्सीजन का प्लांट नहीं है तो क्या दिल्ली के लोगों को ऑक्सीजन नहीं मिलेगी? कृपया सुझाव दें कि जब दिल्ली के लिए एक ऑक्सीजन टैंकर को दूसरे राज्य में रोका जाता है तब केंद्र सरकार में मुझे किससे बात करनी चाहिए?

सबसे दिलचस्प बात ये कि अरविंद केजरीवाल ने इस बैठक को वे गुपचुप तरीके से लाइव कर रहे थे। जब इस बात की जानकारी पीएम मोदी को हुई तो उन्होंने इस पार सख्त आपत्ति जताई और कहा कि इस तरह की आंतरिक बैठक को लाइव कर किसी भी मुख्यमंत्री को मर्यादा भंग नहीं करनी चाहिए। इधर, इन सबके बीच सोशल मीडिया पर लोग दिल्ली के अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं और उन्हें उनका पिछले साल का वादा याद दिला रहे हैं।

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हर घर में पहुंचाया जाएगा ऑक्सीजन: केजरीवाल

दरअसल, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पिछले साल कोरोना संक्रमण के शुरुआती समय में जब दिल्ली में महामारी के प्रकोप की वजह से हालात खराब हो गए थे, तब उन्होंने लोगों से वादा किया था कि किसी को भी ऑक्सीजन की कमी नहीं होने दी जाएगी।

अरविंद केजरीवाल ने पिछले साल ऐलान किया था कि जिन-जिन अस्पतालों में कोविड मरीजों का इलाज हो रहा है उसके हर बेड पर ऑक्सीजन का प्रबंध दिल्ली सरकार करेगी। सबसे बड़ी बात कि दिल्ली सरकार का यह ऐलान उस वक्त अखबारों में विस्तार से छपा भी था और 12 जून 2020 को आम आदमी पार्टी ( AAP ) के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से इसे शेयर भी किया गया था।

AAP ने कहा था कि दिल्ली में जहां कहीं भी पाइप की सुविधा नहीं होगी, वहां पर सिलिंडर की व्यवस्था की जाएगी। इन सबका इंतजाम दिल्ली स्टेट हेल्थ मिशन कोविड फंड के जरिए करेगी। कोरोना की स्थिति के मद्देनजर केंद्र सरकार ने देश के सरकारी अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिए 5 जनवरी 2021 को पीएम केयर्स फंड से 201.58 करोड़ रुपए आवंटित किए। इस रकम से देश भर में 162 पीएसए मेडिकल ऑक्सीजन जेनेरेशन प्लांट्स लगाने की घोषणा की गई थी।

सरकार ने अपने आदेश में महाराष्ट्र में 10 और दिल्ली में 8 ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाने की अनुमति दी थी। अब जब केंद्र सरकार की ओर से बजट का आवंटन करने की बात के साथ ऑक्सीजन प्लांट लगाने की अनुमति दे दी गई थी, तो अब तक दिल्ली में ये प्लांट्स क्यों नहीं लग पाए? दिल्ली में कोरोना की भयावाह स्थिति के बीच सोशल मीडिया पर लोग अरविंद केजरीवाल से सवाल पूछ रहे हैं और जवाब मांग रहे हैं?

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AAP ने की यूपी में ‘जन-जन ऑक्सीजन’ अभियान चलाने की घोषणा

आपको बता दें कि केजरीवाल सरकार ने भले ही 2020 में दिल्ली के हर अस्पताल में कोरोना मरीजों तक ऑक्सीजन पहुंचाने का वादा किया हो, लेकिन इसकी जगह पर काम करने के बजाए AAP ने उत्तर प्रदेश में ‘जन-जन ऑक्सीजन’ अभियान चलाने की घोषणा कर दी।

इतना ही नहीं, आम आदमी पार्टी के नेता और विधायक दिलीप पांडे को इसका जिम्मा भी सौंपा गया। ये कहा गया कि यूपी सरकार से अब उम्मीद नहीं है, इसलिए आम आदमी पार्टी सभी तक ऑक्सीजन पहुंचाएगी। कहा गया था कि दिल्ली का मॉडल यूपी के लोग अपने हाथ में लेंगे और इसके लिए दिलीप पांडे यूपी के गांव-गांव जाएंगे।



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