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सीमा पर तैनात जवानों के लिए इस शख्स ने बनाया खास तरह का टेंट, बाहर बर्फ गिरेगी, मगर अंदर रहेगी गर्मी

नई दिल्ली।
लद्दाख या कश्मीर घाटी में सीमा पर तैनात भारतीय जवानों को मौसम की हर मार सहनी पड़ती है। वहां तापमान -20 डिग्री सेल्सियस से भी नीचे पहुंच जाता है। ऐसें उनके लिए खुद को सामान्य बनाए रखना बेहद चुनौतीभरा काम होता है। इसी सर्दी की वजह से वे रात में सो भी नहीं पाते। ऐसे में सोनम वागंचुक उनकी मदद को आगे आए हैं।

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सोनम वांगचुक से तो आप सभी संभवत: परिचित होंगे ही। जी हां, थ्री इडिटयट वाले फुनसुक वांगड़ु। लद्दाख के इंजीनियर और शिक्षाविद् सोनम वांगचुक ने बताया कि उनकी टीम ने एक खास टेंट बनाया है, जो बाहर की सर्दी में भी अंदर देगा गर्मी का अहसास। सोलर हीट वाले इस टेंट में एक नहीं कई खूबियां हैं।

इससे लद्दाख के ठंडे मौसम में भी तैनात सैनिकों को ठंड से राहत मिलेगी। वहां का तापमान यदि -14 डिग्री सेल्सियस भी होगा, तो टेंट के अंदर का तापमान 15 डिग्री सेल्सियस बना रहेगा। अच्छी बात यह है कि इस टेंट के लिए केरोसिन की जरूरत नहीं है और इस तरह यह पूरी तरह पर्यावरण के अनुकूल है।

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दस साल पहले बना था पहला वर्जन
हालांकि, यह इस किस्म का दूसरा टेंट है, जो पहले बने टेंट का विकसित स्वरूप है। पहले टेंट को भी सोनम ने ही करीब दस साल पहले विकसित किया था। ठंडे इलाकों में चरवाहों के लिए सोनम ने काफी पहले सोलर हीट वाला एक प्रोटो टाइप तैयार किया था। सोनम के मुताबिक, बावजूद इसके सरकार कॉटन टेंट ही बांटती रही है।

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र्टेबल टेंट की कीमत फिलहाल 5 लाख रुपए
सोलर हीटेड यह टेंट पोर्टेबल है और इसे किसी भी जगह लगाया जा सकता है। हालांकि, सोनम ने इस बात का खुलासा नहीं किया है कि इस टेंट को बनाने में उन्होंंने किस मटेरियल का इस्तेमाल किया है।
इसके लिए उन्होंने अभी पेंटेंट का दावा किया हुआ है। सोनम के मुताबिक, धूप से गर्मी को स्टोर करने के लिए टेंट में सामान्य डिजाइन हैं। पानी के जरिए धूप की गर्मी को स्टोर किया जाता है। यह रात में ठंडे तापमान में काम आती है। अधिकतम 30 किलो भार वाले इस टेंट को पीठ पर लेकर कहीं भी लाया जा सकता है। सोलर हीट वाले इस टेंट की कीमत फिलहाल 5 लाख रुपए तक है, लेकिन इसका अपग्रेडेड वर्जन की कीमत 9 से 10 लाख रुपए में आएगा।



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