RML अस्पताल के डॉक्टरों ने 'Covaxin' को लेकर जताया ऐतराज, जानिए क्या बताई वजह
नई दिल्ली। दुनिया के सबसे बड़ा कोरोना वैक्सीनेशन ( Corona Vaccination )अभियान का भारत में शनिवार को आगाज हो गया। पीएम मोदी ( pm modi ) ने खुद वर्चुअली इस टीकाकरण अभियान को लॉन्च किया। इसके साथ ही पहले चरण में तीन करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाया जाएगा।
लेकिन वैक्सीनेशन ड्राइव के पहले ही दिन बड़ी खबर सामने आई है। राजधानी दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल (RML Hosptial) के रेजिडेंट डॉक्टरों ने कोवैक्सीन को लेकर एतराज जताया है। आईए जानते हैं क्या है पूरा मामला।
कोरोना वायरस महामारी को मात देने के लिए आखिरकार वो पल आ गया जिसका हर किसी को इंतजार था। देशभर में वैक्सीनेशन अभियान शुरू हो गया।
लेकिन इस अभियान के शुरू होते ही दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टरों ने अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक को पत्र लिखकर 'कोवैक्सीन' के बजाय 'कोविशील्ड' का टीका लगाने की मांग की है।
डॉक्टरों ने खत में ये लिखा
चिकित्सकों ने खत में लिखा कि हम आरडीए आरएमएल अस्पताल के वर्तमान सदस्य हैं। हमें पता चला है कि अस्पताल की ओर से कोविड-19 टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है।
लेकिन हमारे अस्पताल में सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा निर्मित कोविशील्ड के बजाय भारत बायोटेक की ओर से निर्मित कोवैक्सीन का टीका लगाया जा रहा है।
वैक्सीनेशन में नहीं ले सकते हैं हिस्सा
चिकित्सकों ने आगे लिखा कि- हम आपके ध्यान में लाना चाहते हैं कि रेजिडेंट डॉक्टर्स कोवैक्सीन के मामले में पूर्ण परीक्षण की कमी के बारे में थोड़ा आशंकित हैं और भारी संख्या में वैक्सीनेशन में हिस्सा नहीं ले सकते हैं।
'कोविशील्ड' के साथ हो टीकाकरण अभियान
चिकित्सकों ने कहा है कि इस तरह टीकाकरण का उद्देश्य कामयाब नहीं हो पाएगा। उन्होंने चिकित्सा अधिक्षक से अपील की कि कोविशील्ड वैक्सीन के साथ टीकाकरण अभियान चलाया जाए। क्योंकि कोविशील्ड ने टीकाकरण से पहले ट्रायल के सभी चरणों को पूरा किया है।
दिल्ली में 81 स्थानों पर हो रहा वैक्सीनेशन
देशभर के साथ दिल्ली में वैक्सीनेशन अभियान शुरू हो गया है। दिल्ली में शनिवार को पहले दिन 81 स्थानों कोविड-19 वैक्सीनेशन का काम जारी है।
दिल्ली में 75 केन्द्रों पर 'कोविशील्ड' (Covishield) जबकि छह स्थानों पर 'कोवैक्सीन' (Covaxin) के टीके लगाए जा रहे हैं। इन सभी सेंटरों को सरकारी और प्राइवेट हॉस्पिटल में बांटा गया है।
इनमें केन्द्र सरकार के छह अस्पताल एम्स, सफदरजंग, आरएमएल, कलावती सरन बाल अस्पताल तथा दो ईएसआई अस्पताल शामिल हैं।
from Patrika : India's Leading Hindi News Portal
Read The Rest:patrika...
Post a Comment