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Dhanteras 2020: धनतेरस के दिन झाडू़ खरीदना क्यों माना जाता है शुभ? जानें इससे जुड़ी मान्यताएं

नई दिल्ली। दीवाली के एक दिन पहले कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को धनतेरस (Dhanteras 2020) का त्योहार मनाया जाएगा। इस बार ये त्योहार 13 नवंबर को शुक्रवार के दिन मनाया जाएगा। धनतेरस के दिन लोग काफी खरीदारी करके भगवान धनवन्तरी को खुश करने की कोशिश करते है। इस दिन सोना चांदी के साथ बर्तनों को खरीदना शुभ माना जाता है। लेकिन क्या प जानते है कि धनतेरस के दिन झाड़ू का खरीदना भी काफी शुभकारी होता है। आइए जानते हैं कि आखिर धनतेरस के दिन झाड़ू क्यों खरीदी जाती है?

  • बैसे तो घर की गंदगी को साफ करने वाली झाड़ू में माता लक्ष्मी का वास होता है। मान्यता है कि धनतेरस के दिन झाड़ू खरीदने से मां लक्ष्मी आपके घर में आती है। यदि आप आर्थिक परेशानियों से जूझ रहे तो धनतेरस के दिन झाड़ू खरीदकर मां लक्ष्मी को आप असानी के साथ प्रसन्न कर सकते हैं।
  • ऐसा कहा भी जाता है कि झाड़ू को स दिन घर पर लाने से नकारात्मक शक्तियां दूर होती हैं और घर में सकारात्मकता का संचार होता है। झाड़ू से घर की दरिद्रता बाहर होती है। जिससे घर में सुख समृद्धि बना रहती है। इसलिए धनतेरस के दिन झाड़ू खरीदना शुभ माना जाता है।
  • माना जाता है कि धनतेरस के दिन जब आप घर पर नई झाड़ू ले तो उसमें एक सफेद रंग का धागा बांध दें ऐसा करने से घर की आर्थिक स्थिति में स्थिरता आती है।
  • धनतेरस के दिन जब आप घर पर नई झाड़ू लाएं तो उसे फर्श पर लिटाकर रखें। झाड़ू को खड़ा रखना अपशकुन माना जाता है। झाड़ू को हमेशा घर के कोने में छिपाकर रखा जाता है।
  • झाड़ू पर पैर नहीं लगना चाहिए. माना जाता है कि ऐसा करने से लक्ष्‍मी मां रुष्‍ट हो जाती हैं। माना जाता है कि झाड़ू का आदर करने पर महालक्ष्मी प्रसन्न होती हैं.
  • दिवाली के दिन झाड़ू दान करने की भी परंपरा है। धनतेरस के दिन मंदिर में जाकर झाड़ू दान करने से घर में लक्ष्मी आती हैं। हालांकि दिवाली के दिन दान की जाने वाली झाड़ू धनतेरस के दिन ही खरीद ली जानी चाहिए।
    झाड़ू को कभी भी उल्टा नहीं रखना चाहिए। इससे घर में कलह बढ़ती है।
  • झाड़ू को कभी भी घर से बाहर या फिर छत पर नहीं रखना चाहिए। कहा जाता है कि ऐसा करने से घर में चोरी होने का भय उत्पन्न होता है।


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