Bihar सरकार की बड़ी पहल, Quarantine अवधि पूरा करने पर प्रवासियों को दिया जा रहा condoms

नई दिल्ली। कोरोना वायरस ( coronavirus ) के कारण पिछले 25 मार्च से देश में लॉकडाउन ( Lockdown ) लागू है। वहीं, एक जून से 30 जून तक के लिए लॉकडाउन 5.0 ( Lockodwn 5.0 ) की घोषणा हो गई है। लॉकडाउन में काफी संख्या में प्रवासियों ( Migrants ) का पलयान लगातार जारी है। इसी कड़ी में बिहार सरकार ( Bihar Government ) ने प्रवासियों के लिए बड़ा कदम उठाया है। जो प्रवासी 14 दिन की क्वारंटाइन ( Quarantine ) की अवधि पूरा कर रहे हैं, उन्हें राज्य सरकार की ओर से कंडोम ( condoms ) दिया जा रहा है।
क्वारंटाइन अवधि पूरा होने पर दिया जा रहा condom
दरअसल, परिवार नियोजन कार्यक्रम ( Family Planning Department ) को प्रमोट करने के लिए बिहार सरकार ने यह कदम उठाया है। राज्य सरकार का कहना है कि कोरोना संकट और लॉकडाउन के दौरान काफी संख्या में प्रवासी लौटे हैं। लिहाजा, परिवार नियोजन योजना को लेकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। साथ ही उन्हें कंडोम भी दिया जा रहा है। एक आंकड़ा के मुताबिक, राज्य में अब तक 30 लाख प्रवासी दूसरे राज्यों से लौटे हैं। वहीं, लॉकडाउन में डोर-डू-डोर सर्वे के दौरान 11.5 करोड़ लोगों की गिनती हुई है।
जनसंख्या नियंत्रण को लेकर राज्य सरकार की पहल
बिहार स्टेट हेल्थ सोसाइटी के डॉक्टर उत्पल दास ( Dr. Utpal Das ) का कहना है कि यह पूरी तरह से परिवार नियोजन विभाग का एक विचार है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन ( Lockdown in Bihar ) के दौरान लाखों की संख्या में लोग बिहार लौटे हैं। लिहाजा, राज्य की जनसंख्या को नियंत्रित करने के लिए उनके बीच गर्भ निरोधकों का वितरण करना एक महत्वपूर्ण पहल है। उत्पल दास ने कहा कि हम पहल को लागू करने के लिए हमारे स्वास्थ्य सहयोगी केयर इंडिया की मदद लेते रहे हैं।
डोर-टू-डोर सिस्टम भी जारी
डॉक्टर उत्पल दास का कहना है कि क्वरांटाइन सेंटर पर लोगों को दो कंडोम का पैकेट दिया जा रहा है। वहीं, आशा कार्यकर्ता ( Asha workers ) घर-घर जाकर होम क्वारंटाइन हुए लोगों को जागरुक कर रहे हैं और उन्हें कंडोम दे रहे हैं। डॉक्टर दास ने कहा कि परिवार नियोजन विभाग इस योजना में तेजी लाना चाहता है और अगामी मध्य जून तक यह पहल जारी रहेगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि अभी भी 13 लाख प्रवासी क्वारंटाइन सेंटर में हैं। केयर इंडिया के साथ परिवार नियोजन समन्वयक अमित कुमार का कहना है कि 'डोर-टू-डोर' स्वास्थ्य निरीक्षण के दौरान गर्भ निरोधकों को वितरित करना आसान है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों को क्वारंटाइन सेंटर पर कंडोम नहीं मिला है, उन्हें घर पर मिल जाएगा।
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