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Coronavirus : चलाई गई AC ट्रेन से बना खतरा, तेजी से फैल सकता है संक्रमण, स्लीपर कोच चलाने की मांग


नई दिल्ली. कोरोना वायरस के चलते हुए लॉकडाउन के बीच बड़ी राहत के तौर पर 12 मई से 15 जोड़ी एसी स्पेशल ट्रेनों का संचालन शुरू कर दिया गया है। ये ट्रेनें नई दिल्ली से राजधानी एक्सप्रेस के 15 रूटों पर चलाई जा रही हैं। सोमवार शाम छह बजे से इन ट्रेनों के लिए बुकिंग की भी शुरुआत हो चुकी थी। इसमें रूट के ज्यादातर बड़े शहरों के नाम शामिल हैं। इन स्पेशल ट्रेनों का बेहतर तरीके से संचालन शुरू होते ही दूसरे चरण की ट्रेनों को भी जल्दी ही चलाने की तैयारी है। अब सवाल उठता है कि क्या इनमें सफर करने वाले यात्री सुरक्षित है। हेल्थ एक्सपर्ट का मानना है कि इससे यात्रियों के कोरोना संक्रमित होने का खतरा बढ़ जाएगा।

जानिए, क्या कहते हैं एक्सपर्ट

हेल्थ एक्सपर्ट मानते हैं कि एसी ट्रेन चलाए जाने को लेकर चिंता जाहिर की है। उनका कहना है कि इन एसी ट्रेनों में बड़ी संख्या में लोग सफर कर रहे हैं जिससे यात्रियों में कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलने का खतरा बढ़ गया है। उनका कहना है कि अलग अलग जगहों से लोग सफर कर रहे हैं। एेसे में संक्रमण फैलने का खतरा सबसे ज्यादा बै।

केरल सरकार मे खत लिखकर उठाई मांग

इस बीच केरल सरकार ने रेल मंत्रालय को खत लिखकर गुजारिश की है कि सिर्फ स्लीपर डिब्बों का ही इस्तेमाल किया जाए। मुख्यमंत्री पी. विजयन का कहना है, 'एयर कंडिशंड कोचेज में कोरोना के फैलने का खतरा बहुत ज्यादा है। देश में इस तरह के कई उदाहरण पहले भी देखे जा चुके हैं। इसलिए हमने अनुरोध किया है कि एसी कंपार्टमेंट्स से बचना चाहिए। केरल के सोशल सिक्यॉरिटी मिशन डायरेक्टर के मुताबिक बहुत ज्यादा संक्रमण वाले इलाकों से लोगों को एसी ट्रेन में ले जाना बहुत जोखिम भरा है। उन्होंने बताया, 'वे इन कोचों में एक दिन से ज्यादा वक्त तक रहेंगे और यह किसी बिना लक्षण वाले सहयात्री कोरोना कैरियर के जरिए यात्रियों के संक्रमित होने की आशंका को बढ़ा देती है।'


वहीं पंजाब में 4,198 लोगों को एसी बसों से लाया गया। इनमें से 1,217 लोग कोरोना से संक्रमित हो गए। यह संक्रमण यात्रा के दौरान ही हुआ यानी यात्रा से पहले ज्यादातर यात्री पूरी तरह स्वस्थ थे। विजयन ने कहा कि यही वजह है कि एसी कोचेज में सफर से बचा जाना चाहिए।



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