भारत के बाद अब पाकिस्तान ने भी ट्रेन को बदला आइसोलेशन कोच में, मरीजों की करेगा मदद

नई दिल्ली. कोरोना वायरस का कहर लगातार जारी है। कोरोना वायरस से बचने के लिए दुनिया के अलग अलग देशों ने तमाम एहतियाती उपाय किए हैं। भारत ने भारतीय रेल ने ट्रेन के डिब्बों को आइसोलेशन कोच ( Isolation Coaches ) में बदलने का निर्णय किया। रेलवे के इन कोचों में कोरोना के संदिग्धों या संक्रमित मरीजों को आइसोलेट किया जा रहा है। वैसे ही अब पाकिस्तान ने भी अपने मरीजों के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। पाकिस्तान ने भी अपने यहां बिजनेस क्लास और एयर कंडीशन स्लीपर कोचों को आइसोलेशन कोच में तब्दील कर दिए हैं। जाहीर सी बात है यह आइडिया पाकिस्तान ने भारत से ही लिया है, क्योंकि इससे पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा था कि वो लॉकडाउन नहीं कर सकते क्योंकि ऐसा करने से देश में भूखमरी के हालात पैदा हो जाएंगे, देश की अर्थव्यवस्था ऐसी नहीं है कि लॉकडाउन करने जैसे कदम उठाए जा सके। ऐसा कहने पर इमरान की काफी आलोचना हुई थी। उसके बाद पाकिस्तान ने भी लाॉकडाउन का आदेश दे दिया था। पूरे देश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है। हर देश अपने वहां मरीजों के इलाज के लिए खासा चिंतित और परेशान है। इलाज करने के लिए निजी और सरकारी अस्पताल कम पड़ते जा रहे हैं।


स्थगित कर दी ट्रेने

पाकिस्तान की एक न्यूज वेबसाइड के मुताबिक पाकिस्तान में भी ट्रेन सेवाएं अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दी गई है। अब पाकिस्तान रेलवे ने कोरोवायरस से पीड़ित रोगियों के लिए लगभग 2,000 बिस्तरों को समायोजित करने के लिए अपनी सभी बिजनेस क्लास और वातानुकूलित स्लीपर कोच को मोबाइल आइसोलेशन वार्ड में परिवर्तित कर दिया है। रेल मंत्री शेख राशिद अहमद ने बताया कि ये मोबाइल आइसोलेशन वार्ड अब तैयार हैं और रेलवे ट्रैक से जुड़े देश के किसी भी हिस्से में अधिकारियों के अनुरोध पर भेजे जा सकते हैं क्योंकि मौजूदा स्वास्थ्य सुविधाएं कोरोनोवायरस रोगियों की संख्या का सामना करने में असमर्थ हैं। इसके अलावा, पाकिस्तान रेलवे के सभी सात डिवीजनों - रावलपिंडी, पेशावर, लाहौर, कराची, क्वेटा, सुक्कुर और मुल्तान में 100 बेड एक-एक वेंटिलेटर से सुसज्जित किए गए हैं। रेलवे के सभी सात अस्पतालों में चिकित्सा सेवाएं पाकिस्तान रेलवे द्वारा प्रबंधित की जाती हैं और कोरोनोवायरस से प्रभावित मरीजों के लिए कई औषधालय भी उपलब्ध हैं।



from Patrika : India's Leading Hindi News Portal
Read The Rest:patrika...

No comments

Powered by Blogger.