दक्षिण कोरिया में एक जुलाई से भारतीयों के लिए बदलेंगे क्वारंटाइन के नियम, कोविशील्ड लेने वालों को छूट

नई दिल्ली। दक्षिण कोरिया ने एक जुलाई से भारत से आने वाले लोगों के लिए जरूरी दो हफ्तो का क्वारंटाइन नियम खत्म करने का ऐलान किया है। यहां की सरकार का कहना है कि कोविशील्ड वैैैक्सीन की दोनों डोज लेने वाले लोग साउथ कोरिया में बेहिचक कही भी जा सकेंगे।
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हालांकि जिन्होंने कोवैक्सीन की डोज ली है, उन्हें 2 हफ्ते के लिए क्वारन्टाइन रहना होगा। मीडिया से बुधवार को बातचीत के दौरान भारत में दक्षिण कोरिया के राजदूत शिन बोंग-किल ने कहा कि साउथ कोरिया की सरकार ने फैसला लिया है कि जिन लोगों ने कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज ले ली है, उनके लिए 2 हफ्ते क्वारन्टाइन का नियम जरूरी नहीं होगा। मगर कोवैक्सीन लेने वालों को यह छूट नहीं मिलेगी। उन्हें 2 हफ्ते के लिए क्वारन्टाइन में रहना होगा।
वीवीआईपी के लिए किसी तरह का प्रतिबंध नहीं
दक्षिण कोरिया के राजदूत ने आम नागरिकों के लिए ही इस तरह के कुछ प्रतिबंधों के बारे में बताया। मगर उन्होंने वीवीआईपी के लिए किसी तरह के प्रतिबंधों के बारे में कोई जिक्र नहीं किया है। राजदूत के अनुसार पीएम नरेंद्र मोदी ने कोवैक्सीन लिया था अगर वो किसी भी समय कोरिया चाहते हैं तो उनपर क्वारन्टाइन के नियमों को नहीं लगाया जाएगा।
पड़ोसियों को वैक्सीन देना अच्छी बात
दक्षिण कोरियाई राजदूत ने भारत की दरियादिली की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि भारत अपने पड़ोसी मुल्क को फ्री वैक्सीन उपलब्ध करा रहा है जो एक सराहनीय कदम है। उन्होंने कहा कि एक डिप्लोमेट होने के नजरिए से देखें तो वे सोचते हैं कि अपने आसपास रहने वाले पड़ोसियों को वैक्सीन देना अच्छी बात है। अगर भारत उनकी मदद नहीं करेगा तब भूटान, नेपाल, श्रीलंका जैसे देशों की मदद कौन करेगा।
सुपर पावर के तौर पर उभरता देश
दक्षिण कोरियाई राजदूत के अनुसार उनके लिए एक महान देश के साथ काम करना बड़ी बात है। कोरोना महामारी के कठिन दौर से गुजर रहा भारत एक बार फिर विश्व पटल पर वापसी करेगा। भारत अभी विश्व में सुपर पावर के तौर पर उभरता देश है। इसलिए कोरोना वायरस की दूसरी लहर में भारत ने कई मुश्किलें झेली लेकिन मगर उन्हें विश्वास है कि यह मुश्किलें भारत के विकास में कभी रोड़ा नहीं बनेंगी।
भारत और दक्षिण कोरिया के बीच बेहतरीन रिश्ते
उन्होंने कहा कि कोरिया और भारत के रिश्ते कभी भी बेहतर नहीं हुए। पूरी दुनिया इस समय महामारी से जूझ रही है। इसी दौरान उनके देश के राष्ट्रपति और भारत के पीएम नरेंद्र मोदी के बीच बेहतरीन रिश्ते बने हैं। यह कोरिया के इतिहास में दोनों देशों के बीच बेहतर संबंधों का समय है।
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