Header Ads

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना के डेल्टा प्लस वेरियंट को माना 'वेरियंट ऑफ कंसर्न', केंद्र का राज्यों को खास निर्देश

नई दिल्ली। कोरोना वायरस ( Coronavirus ) के तीसरी लहर की आहट के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ( Health Ministry ) ने कोविड के डेल्टा प्लस वैरियंट ( Delta Plus Variant ) को 'वेरियंट ऑफ कंसर्न' माना है। इसका मतलब है कि कोरोना के इस वेरियंट को चिंताजनक वेरियंट घोषित किया है।

दरअसल भारत समेत नौ देशों में मिले कोरोना के डेल्टा प्लस वेरियंट ने सभी की चिंता बढ़ा दी है। यही नहीं भारत में भी अलग-अलग राज्यों में इसके अब तक 22 केस सामने आ चुके हैं। हालांकि केंद्र और राज्य सरकारें कोरोना के डेल्टा प्लस वेरियंट पर कड़ी नजर रख रही हैं।

यह भी पढ़ेंः जल्द ही भारत को मिल सकती है एक और COVID-19 वैक्सीन, अंतिम चरण में फाइजर को मंजूरी

कोरोना के डेल्टा प्लस वेरियंट को लेकर केंद्र सरकार भी हरकत में आई है। यही नहीं केंद्र ने राज्यों को इससे निपटने के लिए चिट्ठी लिखकर आगाह किया है।

स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक डेल्टा प्लस वेरियंट को लेकर तमाम जानकारियां जुटाई जा रही हैं। इसके साथ ही सरकार ने कहा कि, ये बात सामने आई है कि डेल्टा वैरियंट पर कोविशील्ड और कोवैक्सिन दोनों ही असरदार हैं।

देश के इन राज्यों में डेल्टा प्लस वैरियंट
देश में कोरोना की तीसरी लहर की आहट के बीच डेल्ट प्लस वेरियंट ने काफी चिंता बढ़ा दी है। फिलहाल देश में इसके 22 मामले सामने आए हैं। ये मामले महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और केरल राज्य में सामने आए हैं। इनमें सबसे ज्यादा केस महाराष्ट्र में ही सामने आए हैं।

स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक भारत में डेल्टा प्लस वैरियंट के 22 मामलों में 16 महाराष्ट्र के हैं। बाकी मामले केरल और मध्य प्रदेश में हैं। यही वजह है कि केंद्र ने इन राज्यों को चिट्ठी लिखकर डेल्टा प्लस वेरियंट पर कड़ी नजर रखने को कहा है।

80 से ज्यादा देशों में डेल्टा वेरियंट
देश में कोरोना की दूसरी लहर के लिए जिम्मेदार डेल्टा वेरियंट इस वक्त भारत सहित दुनिया के 80 देशों में है।

यह भी पढ़ेँः एक दिन में कोविड वैक्सीन की रिकॉर्ड 85 लाख डोज लगाए गए, जुलाई में 20-22 करोड़ खुराक

इन 9 देशों में डेल्टा प्लस वेरियंट
कोरोना का डेल्टा प्लस भारत समेत 9 देशों में है। इनमें अमरीका, यूके, पुर्तगाल, स्विजरलैंड, जापान, पोलैंड, नेपाल, चीन और रूस शामिल है।

कितनी कारगर है वैक्सीन?
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा, मोटे तौर पर, दोनों भारतीय टीके - कोविशील्ड और कोवैक्सीन - डेल्टा वेरियंट के खिलाफ प्रभावी हैं, लेकिन वे किस हद तक और किस अनुपात में एंटीबॉडी बना पाते हैं, इसकी जानकारी बहुत जल्द साझा की जाएगी।



from Patrika : India's Leading Hindi News Portal
Read The Rest:patrika...

No comments

Powered by Blogger.