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भारत की उम्मीदों को झटका : मेहुल चोकसी के प्रत्यर्पण में फंसा कानूनी पेच, वापसी में हो सकती है देरी

नई दिल्ली। भारत के सबसे बड़े बैंक घोटाले के आरोपी और भगोडे हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी (Mehul Choksi) को देश में लाने का इंतजार और लंबा होता नजर आ रहा है। एक रिपोर्ट के अनुसार, पंजाब नेशनल बैंक (PNB) घोटाले का आरोपी मेहुल के प्रत्यर्पण का मामला डोमिनिका (Dominica) में कानूनी पचड़ों में फंस गया है। भारतीय अधिकारी इस पूरे घटनाक्रम पर पेनी नजर बनाए हुए है। माना जा रहा है कि अगले हफ्ते एक वरिष्ठ अधिकारी डोमिनिका का दौरा कर प्रत्यर्पण के बारे में बातचीत करेंगे।

कहीं और भेजने पर रोक
एक रिपोर्ट के अनुसार, वहां की अदालत ने भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी पर अगले आदेश तक कैरिबियाई द्वीपीय देश से भेजने पर रोक लगा दी है। बताया जा रहा है कि चोकसी को डोमिनिका में अवैध रूप से प्रवेश करने आरोप में हिरासत में लिया गया है। कोर्ट ने चोकसी के वकीलों की ओर से दायर याचिका पर यह आदेश दिया है। मेहुल चोकसी के वकील विजय अग्रवाल का कहना है कि चोकसी से मिलने नहीं दिया जा रहा है। उसको कानून सहायता से संवैधानिक अधिकार से दूर किया जा रहा है।

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अगले सप्ताह डोमिनिका का दौरा
स्थानीय रिपोर्टों के मुताबिक, टोबैगो और त्रिनिदाद में स्थित भारतीय उच्चायुक्त अरुण कुमार साहू करोड़ों रुपए के पंजाब नेशनल बैंक (PNB) घोटाले का आरोपी मेहुल चोकसी के निर्वासन या भारत प्रत्यर्पण की चर्चा करेंगे। खबरों के अनुसार, अगले हफ्ते डोमिनिका की यात्रा कर सकते है। भारतीय उच्चायुक्त इस पूरे घटनाक्रम पर कड़ी नजर रखे हुए हैं। इसके अलावा भारत में कई अन्य वरिष्ठ सरकारी अधिकारी भी मेहुल चोकसी को निर्वासित करने के तरीके खोज रहे है।

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जेल में बंद मेहुल चोकसी की पहली तस्वीर आई सामने
इस बीच गिरफ्तारी के बाद मेहुल चोकसी की पहली फोटो सार्वजनिक हुई है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही फोटो में उनके हाथ पर चोट के निशान भी नजर आ रहे है। चोकसी के वकील का दावा है कि उसके साथ मारपीट की गई है। मेहुल चोकसी के वकील विजय अग्रवाल ने आरोप लगाया है कि उन्हें टॉर्चर किया गया है। मेहुल चोकसी डोमिनिका कैसे पहुंचा इसकी जांच होनी चाहिए। वकील ने आगे किया कि उनका क्लाइंट एक इंसान हैं, कोई मोहरा नहीं है कि उन्हें कोई भी अपनी मर्जी से शतरंज के खेल की तरह घुमाते रहे।



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