Header Ads

दिल्ली में पीएम के खिलाफ पोस्टर लगाने वाला आप का था कार्यकर्ता, 9000 रुपए में हुआ था काम

नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में हाल ही में पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ पोस्टर लगाने वाला मास्टर माइंड और कोई नहीं बल्कि आम आदमी पार्टी का कार्यकर्ता हैै। दिल्ली पुलिस ने कहा है कि उसका नाम अरविंद गौतम है और अभी फरार चल रहा है। इस पूरे काम को करने में करीब 9000 रुपए खर्च होने की भी बात सामने आई है। आपको बता दें कि काले रंग के पोस्टर पर सफेद टेक्स्ट से व्यंग्यात्मक रूप से हिंदी में पूछा गया था कि "मोदी जी, आपने हमारे बच्चों के लिए विदेशों में टीके क्यों भेजे?"

यह भी पढ़ेंः- Cyclone Tauktae: समुद्र से करीब 6800 नाव किनारे पर सुरक्षित पहुंची, आज शाम तक गुजरात में पहुंचेगा कहर

क्यों लगे थे पीएम के खिलाफ पोस्टर
वास्तव में यह पोस्टर इसलिए लगाए गए थे क्योंकि कोरोना की दूसरी लहर में देश में वैक्सीन की कमी से हर को्रइ राज्य जूझ रहा है। जिसको लेकर पोस्टर बनाया गया और पीएम नरेंद्र मोदी से सवाल किया गया। आपको बता दें कि फरवरी में जब देश में कोरोना के संकट से लगभग बाहर आ गया था, तब भारत ने कई देशों को वैक्सीन की सप्लाई की थी। अब दूसरी लहर के प्रकोप में कई हजार लोगों की जान चली गई और उसके बाद विपक्ष की ओर से आलोचना शुरू हो गई।

यह भी पढ़ेंः- चक्रवाती तुफान तौकाते के बीच में गुजरात में महसूस हुए भूकंप के झटके

17 लोगों की हो चुके है गिरफ्तारी
पोस्टर मामले में दिल्ली पुलिस ने कई लोगों से पूछताछ की जिसके बाद गौतम नाम के व्यक्ति का नाम सामने आया। खास बात तो ये है कि दिल्ली पुलिस की ओर ट्वीट किया गया है, जिसमें मंगोलपुरी इलाके में वार्ड 47 के आप अध्यक्ष का जिक्र किया गया है। दिल्ली पुलिस की ओर से अब तक करीब 17 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस की ओर से दिए बयान में कहा गया है कि सार्वजनिक संपत्ति खराब करने की रोकथाम अधिनियम, 2007 के तहत 12 मई की मध्यरात्रि के आसपास मामला दर्ज हुआ था।

क्या आया है दिल्ली पुलिस का बयान
दिल्ली पुलिस ने अपने ट्वीट में कहा है कि "इन पोस्टरों पर प्रिंटिंग प्रेस/प्रकाशक के विवरण का उल्लेख नहीं किया गया था। आरोपी व्यक्तियों ने पूछताछ के दौरान खुलासा किया कि अरविंद गौतम ने राहुल नाम के शख्स को को व्हाट्सएप पर इन्हें प्रिंट करने के लिए कहा था ... और इन पोस्टरों/होर्डिंग को प्रिंट करने और चिपकाने के लिए 9,000 रुपये दिए थे।"



from Patrika : India's Leading Hindi News Portal
Read The Rest:patrika...

No comments

Powered by Blogger.