क्या इस शहर में हुई खून की बारिश, सडक़ों पर क्यों बह रहा खून के रंग जैसा पानी, जानिए पूरा सच
नई दिल्ली।
इन दिनों सोशल मीडिया पर इंडोनेशिया में आई बाढ़ की तस्वीरें वायरल है। अब आप कहेंगे इसमें नया क्या है। बाढ़ तो सभी जगह आती है। सडक़ पर पानी होगा, जो कुछ लोगों के घरों तक भी पहुंच गया होगा। सडक़ें पानी से डूबी होंगी और कुछ जगहोंं पर गाडिय़ां भी उनमें बह रही होंगी। जी हां, इस बाढ़ में यह सब कुछ है। मगर एक गांव में आई बाढ़ की कुछ तस्वीरें और वीडियो न सिर्फ बाकि से अलग हैं बल्कि, एक बार को हैरान करने वाली भी हैं।
दरअसल में इंडोनेशिया में इन दिनों बारिश का मौसम है। पिछले कुछ दिनों से वहां लगातार बारिश हो रही है। मगर एक गांव का नजारा ऐसा है, जिसे देखकर लोग दावा कर रहे हैं कि यहां खूनी बारिश हुई है और बारिश का पानी सडक़ पर भर गया है, जिससे शहर में खून की नदिया बह रही है। पानी का रंग पूरी तरह लाल है, इसलिए कई लोग इस दावे को सच भी मान रहे हैं और इसे तेजी से सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं। वहीं, कुछ लोग थोड़ी पड़ताल कर रहे हैं, तो सच उनके सामने आ रहा है।
अब हम आपको बताते हैं कि हकीकत क्या है। असल में यह तस्वीरें और वीडियो इंडोनेशिया के शहर सेंट्रल जावा के पेकलोगन इलाके में स्थित एक गांव की है। यहां पारंपरिक इंडोनेशियाई डाईंग तकनीक से बड़े पैमाने पर बाटिक और रंग का उत्पादन होता है। इसमें कपड़ों पर विभिन्न रंगों से खूबसूरत डिजाइन बनाए जाते हैं। बारिश का पानी एक डाईंग फैक्ट्री में घुस गया और वहां बड़े पैमाने पर रखा लाल रंग उसमें मिल गया। पानी के साथ यह रंग अब पूरे शहर में फैल रहा है। हालांकि, अधिकारियों की मानें तो जैसे-जैसे बारिश होगी और पानी बढ़ेगा, यह रंग हल्का होता जाएगा।
वैसे पेकलोगन शहर में यह बात नई नहीं है। पहले भी जब बारिश होती रही है, पानी किसी न किसी फैक्ट्री में घुसता है और जब बाहर आता है तो वहां रखे विभिन्न रंगों में मिल जाता है। इसलिए इस शहर में बाढ़ के पानी का रंग कभी पीला, तो कभी नीला या किसी और रंग का हो जाता है। इस बार यह लाल है और कुछ लोग शरारत करते हुए इसे खूनी बारिश के तौर पर बता रहे और किसी अशुभ घटना की ओर संकेत दे रहे। शहर के आापदा राहत विभाग से जुड़े एक अधिकारी डिमास अर्ग ने कहा कि तस्वीरें और वीडियो सही हैं, मगर खूनी बारिश की बात बिल्कुल गलत है।
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