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पुलिस का दावा- दिशा ने किसानों जुड़ी टूलकिट में बदलाव कर उसे आगे भेजा था

नई दिल्ली।

शायद आपको याद हो स्वीडन की पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने गत 3 फरवरी को किसान आंदोलन से जुड़ी एक टूलकिट अपने ट्विटर अकांउट पर पोस्ट की थी। हालांकि, कुछ देर बाद उन्होंने इस टूलकिट को हटा लिया। इसके बाद 4 फरवरी को उन्होंने एक बार फिर टूलकिट पोस्ट की थी। इसके साथ ही उन्होंने एक संदेश भी लिखा कि यह अपडेटेड टूलकिट है और इसी का इस्तेमाल किया जाए।

पिछले दिनों इस मामले में बेंगलुरु की दिशा रवि को पुलिस ने गिरफ्तार किया, जहां से उन्हें पांच दिन की रिमांड पर भेज दिया गया। दिशा को कोर्ट में पेश करने के बाद पुलिस ने खुलासा किया है कि उन्होंने ही टूलकिट में बदलाव कर इसे आगे भेजा था।

आंदोलन को लेकर ग्रेटा थनबर्ग के टूलकिट ट्वीट मामले में गिरफ्तार बेंगलूरु की 21 वर्षीय दिशा रवि को दिल्ली की एक कोर्ट ने 5 दिन के पुलिस रिमांड पर भेजने का आदेश दिया। पेशी के दौरान पुलिस ने कोर्ट में कहा, दिशा ने किसानों से जुड़ी टूलकिट में कुछ चीजें जोडक़र आगे भेजा था। साथ ही दिशा ने ग्रेटा थनबर्ग को ट्विटर से टूलकिट हटाने को कहा था। उसने ही एक वॉट्सऐप ग्रुप भी बनाया था।

पुलिस ने आरोप लगाया कि दिशा समेत अन्य ने खालिस्तानी ग्रुप को दोबारा खड़ा करने व भारत सरकार को बदनाम करने की बड़ी साजिश रची है। साथ ही दिशा ने खालिस्तान समर्थक पोएटिक जस्टिस के साथ मिलकर टूल किट भी तैयार किया था। सूत्रों के अनुसार कोर्ट में पेशी के दौरान दिशा ने रुंधे गले से कहा कि उन्होंने किसानों के समर्थन में टूलकिट की दो लाइन ही एडिट की थीं।

कौन है दिशा रवि
दिशा रवि फ्राइडे फॉर फ्यूचर अभियान के फाउंडर सदस्यों में हैं। दिशा ने माउंट कैर्मेल कॉलेज से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन स्नातक की डिग्री हासिल की है। दिशा के पिता मैसूरु में एथलेटिक्स कोच हैं, जबकि उनकी मां गृहिणी हैं। दिशा की गिरफ्तारी का छात्र संगठनों ने विरोध किया है। उन्होंने शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन के तहत पुलिसकर्मियों को पौधे सौंपे। उन्होंने दिशा की गिरफ्तारी को नियम विरुद्ध बता कर जल्द रिहाई की मांग की है।



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