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ट्रेन के 3-टियर इकोनॉमी क्लास में आम आदमी को मिलेगा सस्ते और आरामदायक सफर का मजा

नई दिल्ली. भारतीय रेलवे अब ट्रेनों मे एक नया क्लास लाने जा रहा है। अब तक रेलवे के एसी कोचों में सिर्फ तीन क्लास थे, लेकिन अब च्एसी थ्री टियर इकोनॉमी क्लासज् नाम का एक नया क्लास जल्द शुरू होने वाला है। ट्रेनों की इस श्रेणी के लिए बिल्कुल अलग तरह के कोच बनाए जा रहे हैं। रेलवे की कपूरथला स्थित रेल कोच फैक्ट्री (आरसीएफ) में बन रहे कोचों की पहली खेप तैयार हो चुकी है। इसके बाद एसी थर्ड क्लास का किराया बढ़ाया जाएगा। बता दें कि जो लोग नए थर्ड एसी 3-टियर इकोनॉमी क्लास में सफर करेंगे, उन्हें थर्ड एसी के बराबर ही किराया देना होगा। वहीं, थर्ड एसी क्लास का किराया बढ़ जाएगा। आरसीएफ कपूरथला में ऐसे 248 कोच इस वर्ष बनाए जाएंगे। रेलवे का कहना है कि ये कोच दुनिया में सबसे सस्ते एसी यात्री किराए वाले कोच होंगे।

थ्री टियर एसी इकोनॉमी में यह नया-
फिलहाल, ट्रेनों के एसी कोच को फस्र्ट एसी, सेकंड एसी और थर्ड एसी के तीन क्लास में बांटा गया है। थ्री टियर एसी इकोनॉमी चौथा क्लास होगा। अभी थर्ड एसी में 72 बर्थ होती हैं, लेकिन नए थर्ड एसी इकोनॉमी क्लास में ८३ बर्थ होंगी। इस तरह, कुल 11 बर्थ ज्यादा होंगी। इससे रेलवे की आमदनी प्रति कोच बढ़ेगी। साथ ही, थर्ड एसी क्लास का किराया भी बढ़ाया जाएगा। थर्ड एसी इकोनॉमी क्लास में उतनी ही जगह में ज्यादा बर्थ लगाई जाएगी, इसलिए वे एक-दूसरे से ज्यादा पास होंगी।

इसलिए है खास-
- नए कोच में रेलवे ने पहली बार हाई वोल्टेज इलेक्ट्रिक स्विचगियर को कोच के भीतर से हटा कर ट्रेन के निचले हिस्से में लगाया है।
- इससे कोच में 11 ज्यादा सीटें लगाने में आसानी हुई है।
- इसमें हर पैसेंजर के लिए अलग से एक एसी डक्ट दिया गया है, जिसे अपनी सुविधा के हिसाब से खोला या बंद किया जा सकता है।
- हर बर्थ के लिए लाइटिंग व्यवस्था भी बेहतर की गई है।
- दीवारें और इंटीरियर काफी बेहतर है।
- ऊपरी बर्थ पर जाने के लिए सीढिय़ों को आकर्षक डिजायन दिया गया है।
- प्रत्येक कोच में दिव्यांगों की सुगमता के हिसाब से शौचालय का दरवाजा तैयार किया गया है।
- आपातकालीन स्थिति विशेषकर आग लगने के दौरान बचाव के लिए आधुनिक फायर सेफ्टी इंतजाम किए गए हैं।

शुरू होगा ट्रायल-
कपूरथला से बने पहले थ्री टियर इकोनॉमी क्लास कोच को ट्रायल के लिए लखनऊ स्थित रिसर्च डिजाइन एंड स्टैंडर्ड ऑर्गनाइजेशन (आरडीएसओ) भेजा जाएगा।



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