कोरोना काल में पर्यटन उद्योग को लगा बड़ा झटका, Budget से है ट्रैक पर आने की उम्मीद

नई दिल्ली। लॉकडाउन ने टूरिज्म इंडस्ट्री की कमर तो तोड़ ही दी, उसके साथ ही उसका असर राज्यों की माली हालत पर भी पड़ा है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक देश में 2019 में 14,13,495 करोड़ रुपए की कमाई हुई। लेकिन 2020 में कोविड के चलते करीब नौ लाख करोड़ का घाटा इंडस्ट्री को हो गया। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि टूरिज्म से आने वाली पूरी कमाई पर राज्यों का हक होता था, जो एक साल से थम गई है। अब बुरे हालातों में अतिरिक्त आय का सबसे बेहतर जरिया टूरिज्म सेक्टर को बताया जा रहा है। बावजूद इसके राज्यों ने इस ओर कोई प्रभावी पहल नहीं की है।
Lockdown बढ़ा तो पर्यटन और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर को मिलेगी छूट! राज्यों ने भेजे ये सुझाव
हालांकि राजस्थान और मध्यप्रदेश जैसे राज्यों के लिए हालात ज्यादा तकलीफदेह हैं, उन्हें अपने यहां पर टूरिस्ट को आकर्षित करने के लिए ज्यादा मेहनत करनी होगी। यहां टूरिस्ट की संख्या लगातार गिरती जा रही है, 2019 में जहां देश में देशी और विदेशी पयर्टकों की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की गई तो वहीं इन राज्यों में गिरावट दर्ज हुई।
घरेलू पर्यटकों में यूपी आगे
पर्यटन मंत्रालय द्वारा जारी भारतीय पर्यटन सांख्यिकी 2020 के अनुसार, साल 2019 में राज्य में आने वाले सबसे अधिक घरेलू पर्यटकों को आकर्षित करने में उत्तर प्रदेश ने शीर्ष स्थान प्राप्त किया है। वर्ष 2019 में लगभग 53.6 करोड़ घरेलू पर्यटकों ने उत्तर प्रदेश का दौरा किया, जो कुल यात्रियों का 23.1 प्रतिशत हिस्सा है। इसके बाद तमिलनाडु (21.3 प्रतिशत) दूसरे और आंध्र प्रदेश (10.2 प्रतिशत) तीसरे स्थान पर आया है।
देश के सबसे बड़े सेवा क्षेत्र में उभरा भारतीय पर्यटन
तमिलनाडु आए ज्यादा विदेशी पर्यटक
तमिलनाडु विदेशी पर्यटकों के मामले में शीर्ष स्थान पर है, जहां लगभग 68 लाख विदेशियों ने राज्य का दौरा किया। इस सूची में महाराष्ट्र (55 लाख से अधिक) दूसरे स्थान पर है, जबकि उत्तर प्रदेश (47 लाख से अधिक) ने 2019 में आने वाले विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने में तीसरा स्थान हासिल किया है। गोवा 2019 में 9 लाख से अधिक विदेशी पर्यटकों के साथ इस सूची में आखिरी स्थान पर रहा।
विदेशी मुद्रा का स्रोत
वर्ष प्राप्त विदेशी मुद्रा ( अरब रुपए में )
2018 2082.79
2019 2190
2020 ( मार्च तक ) 448.75
( अप्रैल-2020 से देश में लॉकडाउन के बाद विदेशी पर्यटकों को आने की इजाजत नहीं है )।
घरेलू पर्यटक 2019
राज्य पर्यटक स्थान
उत्तर प्रदेश 535855162 पहला
तमिलनाडु 494865277 दूसरा
आंध्र प्रदेश 237051508 तीसरा
मध्यप्रदेश 88707139 सातवां
राजस्थान 52220431 दसवां
2019 में विदेशी पर्यटक
राज्य पर्यटक स्थान
तमिलनाडु 6866327 पहला
महाराष्ट्र 5528704 दूसरा
उत्तर प्रदेश 4745181 तीसरा
राजस्थान 1605560 छठवां
पूर्वोत्तर में बढ़े विदेशी पर्यटक
राज्य 2018-2019 बढ़ोतरी
असम 15592 26878 72.38
मणिपुर 6391 13608 112.92
मेघालय 18114 25813 42.50
मिजोरम 967 2249 132.57
नगालैंड 5010 5577 11.32
सिक्किम 71172 133388 87.42
राजस्थान में 50 हजार करोड़ का बाजार, इंडस्ट्री का दर्जा नहीं
राजस्थान में पर्यटन व्यवसाय 50 हजार करोड़ से ज्यादा का है। पर्यटन उद्योग से राज्य में 20 लाख से ज्यादा लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रतक्ष्य रोजगार मिला हुआ है। कोविड के बाद पर्यटन व्यवसाय में 90 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज हुई है। घरेलू पर्यटक सिर्फ 10 प्रतिशत तक ही रह गए हैं। 1989 में पर्यटन व्यवसाय को उदयोग का दर्जा दिया गया। लेकिन उद्योग जैसी कोई सुविधाएं नहीं दी गई।
मध्यप्रदेश में एक लाख करोड़ का बाजार
मध्यप्रदेश में टूरिज्म इंडस्ट्री एक लाख करोड़ की है। पिछले पांच सालों में इसमें 12 फ़ीसदी तेजी आई थी और कोविड के बाद 70 फ़ीसदी गिरावट दर्ज की गई है। टूरिज्म को पोस्ट कोविड प्रमोट करने के लिए सरकारी स्तर पर कोई कोशिशें नहीं की गई है। पोस्ट कोविड टूरिज्म से 3-4 लाख लोगों का रोजगार प्रभावित हुआ है। नवंबर के बाद से टूरिज्म में 30 फ़ीसदी की बढ़ोतरी हुई है टूरिज्म डिपार्टमेंट का मानना है कि नए साल में यह ग्रोथ रेट 30 से 40 फ़ीसदी और बढ़ जाएगी।
छत्तीसगढ़ महज 50-55 करोड़ का बाजार
छत्तीसगढ़ में टूरिस्ट स्पॉट अंतरराष्ट्रीय स्तर के हैं, मगर उन्हें उस तरह से विकसित और प्रचारित नहीं किया गया है। सालाना टूरिज्म से 50 से 55 करोड़ रुपए की आय होती है। राज्य में पर्यटन का बजट ही 10-12 करोड़ रुपए का ही होता है। राज्य में टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। मगर, कोरोना के चलते अभी विदेशी पर्यटक नहीं आ रहे हैं। देश के अन्य राज्यों से आने वाले पर्यटकों की संख्या भी काफी कम है। क्योंकि ट्रेन, प्लेन और बस सेवाएं सीमित हैं।
from Patrika : India's Leading Hindi News Portal
Read The Rest:patrika...
Post a Comment