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नए साल के जश्न पर 'नाइट कफ्र्यू ', टूरिज्म इंडस्ट्री के पीक सीजन पर Corona की मार

नई दिल्ली। इस बार नए साल के जश्न पर कोरोना ( Corona ) का कहर बरकरार है। कोविड प्रतिबंधों के चलते नए साल का जश्न पूरी तरह से फीका हो गया है। एक तरफ जहां राजस्थान, मध्यप्रदेश समेत देश के अधिकांश राज्यों में नाइट कफ्र्यू व सख्ती तो दूसरी ओर देसी-विदेशी सैलानियों की संख्या भी बहुत कम है। लोग लोकल डेस्टिनेशन को अहमियत दे रहे हैं।

डिस्काउंट के साथ कई ऑफर देने के बाद भी होटलों में बुकिंग 50 फीसदी से भी कम है। इसकी बड़ी वजह दो सौ से ज्यादा की भीड़ पर प्रतिबंध भी है। घाटे व प्रतिबंधों के कारण इवेंट कंपनियों ने भी हाथ खींच रखे हैं।

कोरोना की वजह से हवाई या ट्रेन की बजाय लोग रोड ट्रैवल ज्यादा चुन रहे हैं। एक अनुमान के मुताबिक, होटलों में 85 फीसदी तक बुकिंग ठप है। हालांकि क्रिसमश और न्यू इयर सेलेब्रेशन वीक के चलते बुकिंग में थोड़ा इजाफा हुआ है, इसके चलते 20-25 फीसदी बुकिंग बढ़ी है। हालांकि सितंबर 2020 तक होटल इंडस्ट्री का रेवेन्यू 53 फीसदी तक गिरा है।

नाइट कफ्र्यू ने फीका किया जश्न:
टूरिस्ट प्लेस वाले अधिकांश शहरों में नाइट कफ्र्यू व कड़े प्रतिबंध लागू हैं। इस वजह से वहां पर होटल बुकिंग व पर्यटन से जुड़ी गतिविधियों का कारोबार बमुश्किल 20-25 फीसदी है। हालांकि कर्नाटक, पंजाब ने राहत दी है। कर्नाटक में रात्रिकालीन कफ्र्यू का आदेश राज्य सरकार ने वापस ले लिया है। महाराष्ट्र में रात 11 बजे तक ही छूट है।

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राजस्थान में सख्ती
प्रदेश में 8:00 बजे रात से 1 जनवरी 2021 की सुबह 6 बजे तक रात्रि कफ्र्यू, शाम 7:00 बजे तक बाजार बंद।

यहां के होटल की बुकिंग बढ़ी
जयपुर, उदयपुर, गोवा, शिमला, मनाली, आगरा, वृंदावन, वाराणसी, कोच्चि, पुडुचेरी, पुरी, तिरुपति, शिरडी में इस सीजन में होटल में 70-75 ऑक्यूपेंसी रिकवरी देखी जा रही है। दिसंबर माह में करीब 20-25 फीसदी बढ़ी है। 50 फीसदी के साथ कई तरह के ऑफर के बाद होटल के कमरों की बुकिंग बढ़ी

होटल एंड रेस्टोरेंट मार्केट का हाल
4.25 लाख करोड़ रुपए का है रेस्टोरेंट मार्केट का साइज देश में
1.61 लाख करोड़ रुपए है होटल का मार्केट साइज पूरे देश में
33 फीसदी से अधिक रेस्टोरेंट व बार स्थायी रूप से बंद हो हुए।
60 फीसदी हिस्सा रेस्टोरेंट मार्केट का असंगठित, 40 फीसदी संगठित
8 जून को सरकार ने अनलॉक-1 के तहत रेस्टोरेंट, होटल कारोबार को खोलने की अनुमति दे चुकी
60 लाख परिवारों की हालत खराब जो होटल व रेस्टोरेंट इंडस्ट्री से जुड़े हैं।

एक्सपर्ट कमेंट: प्रतिबंधों के कारण बेहद कम बुकिंग

इस बार कोरोना संक्रमण के कारण हालात बेहद खराब हैं। नाइट कफ्र्यू के कारण नए साल के लिए होटलों में बेहद की कम बुकिंग हुई हैं, जो बुकिंग हुई हैं वे कम किराए वाली है।

कुलदीप सिंह चंदेला, अध्यक्ष होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन राजस्थान

तीनों राज्यों में फीका रहेगा न्यू ईयर
राजस्थान : 40 फीसदी से भी कम बुकिंग
प्रदेश के जयपुर, बीकानेर, जैसलमेर, जोधपुर, कुंभलगढ, माउंटआबू उदयपुर, सवाई माधोपुर सरिस्का, बूंदी में हर वर्ष देश-दुनिया से सैलानी नववर्ष मनाने के लिए आते थे। इस बार यहां पर वह रौनक नहीं है।

- 12,000 से ज्यादा छोटे-बड़े होटल हैं प्रदेश में
- 5,000 करोड़ से ज्यादा का बिजनेस क्रिसमस से नव वर्ष तक
- 40 फीसदी से भी कम हुई है होटलों में इस बार बुकिंग
- 50 हजार लोग हर साल अन्य राज्यों से आते थे न्यू ईयर मनाने

मध्यप्रदेश : 80 फीसदी तक कमी
राज्य के बाहर सबसे पसंदीदा स्थान कश्मीर और शिमला है। लेकिन इस बार लोग घर में ही नए साल का स्वागत करेंगे।
- 5000 करोड़ का कारोबार क्रिसमस से नववर्ष तक होता
- 80 फीसदी तक कम, करीब 1000 करोड़ की है उम्मीद
- 60 फीसदी की कमी दिख रही है होटल की बुकिंग में
- 15-20 फीसदी लोग बाहर जाएंगे नववर्ष मनाने के लिए

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छत्तीसगढ़
15 फीसदी पर सिमटा कारोबार
प्रदेश के लोग ज्यादातर हिमाचल प्रदेश,राजस्थान, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर जाते हैं जो वहां जाने की बजाय राज्य के टूरिस्ट स्पॉट व नेशनल पार्क में तादाद बढ़ी है।
- 70 से 80 करोड़ का कारोबार होटल-टूरिज्म इंडस्ट्रीज का
- 15 फीसदी कारोबार करीब 10 से 12 करोड़ की उम्मीद
- 2.50 से 3 लाख लोग जाते थे मनाने, इस बार 20-25 हजार की उम्मीद



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