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कोरोना वैक्सीन को मंजूरी नहीं, टीकाकरण की तैयारियों में जुटे राज्य

नई दिल्ली। कोविड की लड़ाई में भारतीय उम्मीदों को शुरुआती झटका लगा है। कोवैक्सीन और कोविशील्ड वैक्सीन को आपात अनुमति नहीं मिली। दोनों ही वैक्सीन के आंकड़ों को पर्याप्त नहीं मानते हुए अनुमति नहीं दी गई है। हालांकि माना जा रहा है कि सीरम इंस्टीट्यूट अगले कुछ दिनों में नए आंकड़ों के साथ फिर अनुमति मांग सकता है।

दूसरी ओर, केंद्र सरकार ने राज्यों को टीकाकरण की तैयारियों में जुटने के निर्देश दे दिए हैं। राज्यों को पहले चरण के हिसाब से वरीयता सूची और उसके लिए जरूरी इंतजाम पर काम दस दिसंबर से शुरू करने को कहा है। सरकार पहले चरण में 30 करोड़ भारतीयों का टीकाकरण करने की दिशा में आगे बढ़ रही है। वहीं, फाइजर वैक्सीन के लिए विचार नहीं किया गया, क्योंकि उसके अमरीकी विशेषज्ञ उपलब्ध नहीं रहे।

तीन करोड़ का इंतजाम, 30 की तैयारी

सरकार देश भर में 85,643 उपकरणों के साथ 28,947 कोल्ड चेन पॉइंट्स के साथ काम कर रही है, जो तीन करोड़ स्वास्थ्य और फ्रंटलाइन वर्कर के लिए आवश्यक वैक्सीन के भंडारण में सक्षम हैं। स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने वैक्सीन के रोलआउट लॉजिस्टिक्स की रूपरेखा बताते हुए कहा, पहले चरण के 30 करोड़ लोगों के लिए जरूरी संसाधनों के लिए दस दिसंबर से काम शुरू करने कर रहे हैं। केंद्र अतिरिक्त वैक्सीनेटर को जुटा रहा है। सरकार ने अतिरिक्त कोल्ड स्टोरेज कैपेसिटी की खरीद की है और राज्यों को उपकरणों की आपूर्ति 10 दिसंबर से शुरू होगी।

64 देशों के राजदूतों ने देखी कोवैक्सीन

कोरोना वैक्सीन का उत्पादन कर रहीं भारतीय कंपनियों का 64 देशों के राजदूतों दौरा किया। उन्होंने बुधवार को भारत बायोटेक के प्लांट में कोवैक्सीन के उत्पादन और परीक्षणों को करीब से देखा। भारतीय विदेश मंत्रालय ने करीब एक माह पहले 190 से ज्यादा देशों के राजनयिक मिशनों व प्रमुख अंतरराष्ट्रीय संगठनों को वैक्सीन के विकास से संबंधित मुद्दों पर जानकारी दी थी। यह दौरा उसी का हिस्सा है। भारत बायोटेक के प्रबंध निदेशक डॉ. कृष्णा एला ने बताया कि 33 फीसदी वैश्विक वैक्सीन जीनोम वैली में उत्पादित की गई है। यह एफडीए द्वारा स्वीकृत वैक्सीन सुविधाएं हैं।

कोरोना मरीजों के घर के बाहर पोस्टर न चिपकाएं : सुप्रीम कोर्ट

सुप्रीम कोर्ट ने उचित आदेश के बिना देश में कोरोना मरीजों के घर के बाहर पोस्टर नहीं चिपकाने का बुधवार को निर्देश दिया। जस्टिस अशोक भूषण की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने कहा कि कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के घर के बाहर पोस्टर और चेतावनी संकेतक नहीं लगाये जाने चाहिए। ऐसे पोस्टर उस विशेष परिस्थितियों में लगाये जा सकते हैं, जब अधिकारी आपदा प्रबंधन कानून के तहत विशेष दिशानिर्देश जारी करते हैं।

छह वॉलिंटियर दूसरी खुराक लेने से पीछे हटे

कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड के क्लिनिकल परीक्षण में मुंबई ट्रायल में भाग लेने वाले 6 वॉलंटियर बाहर हो गए हैं। परेल में किंग एडवर्ड मेमोरियल (केईएम) अस्पताल में ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका वैक्सीन परीक्षण चल रहा है। इसमें कुल 101 लोगों ने भाग लिया था। अक्टूबर में पहली डोज दी गई थी। दूसरी खुराक लेने के लिए सिर्फ 95 लोग ही वापस आए।



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