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Lunar Eclipse 2020: 4 घंटे 18 मिनट का होगा साल का अंतिम चंद्र ग्रहण, जानें 8 खास बातें

नई दिल्ली। साल का अंतिम चंद्र ग्रहण ( Lunar Eclipse 2020 ) 30 नवंबर यानी सोमवार को है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन ये चंद्र ग्रहण रोहिणी नक्षत्र और वृषभ राशि में पड़ रहा है। दरअसल कोरोना संकट के बीच इस चंद्र ग्रहण को लेकर काफी चर्चाएं चल रही हैं। लोगों के मन में भी वर्ष के आखिरी चंद्र ग्रहण को लेकर काफी सवाल हैं। दरअसल लोग ये जानना चाहते हैं कि इस चंद्र ग्रहण का उन पर कैसा असर पड़ेगा।

ग्रहण से जुड़ी कई स्वास्थ्य चिंताओं के चलते लोग डरते भी हैं। ग्रहण को देखने के कुछ खराब प्रभाव विज्ञान से साबित हैं जबकि कुछ अन्य ज्योतिषीय भी मानते हैं कि ग्रहण देखने से बुरा प्रभाव पड़ता है। जब हमारी सुरक्षा और स्वास्थ्य का मामला हो, तो जरूरी सावधानी बरतना आवश्यक है। आईए जानते हैं साल के अंतिम चंद्र ग्रहण से जुड़ी 8 खास बातें।

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1. चंद्र ग्रहण चलेगा 4 घंटे 18 मिनट
चंद्र ग्रहण की शुरुआत दोपहर 1 बजकर 04 मिनट से शुरू होगी और दोपहर 3 बजकर 13 मिनट पर यह अपने मध्यकाल में होगा, इस दौरान ग्रहण का असर सबसे ज्यादा होगा। 5 बजकर 22 मिनट पर चंद्र ग्रहण समाप्त हो जाएगा। यानी करीब 4 घंटे 18 मिनट तक चंद्र ग्रहण चलेगा

2. पूर्ण चंद्र ग्रहण नहीं
साल का अंतिम चंद्र ग्रहण उपछाया वाला है। दरअसल उपछाया का मतलब होता है कि पूर्ण चंद्र ग्रहण नहीं है। उपछाया चंद्र ग्रहण तब लगता है जब चंद्रमा पृथ्वी की वास्तविक छाया में न आकर उसकी उपछाया से ही वापस लौट जाता है।

3. नहीं लगेगा सूतक
चंद्र ग्रहण उपछाया वाला होने के चलते इस बार सूतक भी नहीं लगेगा। दरअसल पूर्ण चंद्रग्रहण ना होने की वजह से ये भारत में नहीं दिखाई देगा और यही कारण है कि सूतक काल्य मान्य नहीं होगा।

4. गृहों पर पड़ेगा असर
इस चंद्र ग्रहण के चलते भले ही लोकाचार यानी ग्रहण के दौरान किए जाने वाले धार्मिक कार्य भले ही नहीं किए जाएंगे, लेकिन इसका असर गृहों पर जरूर पड़ेगा। गृहों की चाल इस ग्रहण के चलते बदलेंगी। चंद्र ग्रहण के दौरान बृहस्पति और शनि ग्रह की चाल बदलेगी। दरअसल ये दोनों ही ग्रह मकर राशि में प्रवेश करेंगे।

5. इन राशि वालों पर पड़ेगा प्रभाव
इस बार चंद्र ग्रहण वृषभ राशि में है, जिसके कारण इस राशि के जातकों पर असर होने वाला है। इस राशि वालों को मानसिक तनाव हो सकता है। इसके अलावा बुध-सूर्य एक साथ वृश्चिक राशि में रहेंगे जिसके कारण इन राशि के जातकों पर असर होगा।

6. यहां दिखेगा चंद्र ग्रहण
साव का अंतिम चंद्र ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा। हालांकि कई देशों में इसे देखा जा सकता है। इनमें अमरीका, नॉर्थ अमरीका, साउथ अमरीका, ऑस्ट्रेलिया, प्रशांत महासागर, अटलांटिक महासागर और एशिया के कई इलाकों में देखा जा सकता है।

7. पूर्णिमा में ही होता है चंद्र ग्रहण
आपको बता दें कि चंद्र ग्रहण हमेशा पूर्णिमा पर ही होता है। जबकि अमावस्या पर पड़ने वाला ग्रहण सूर्य ग्रहण कहलाता है।

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8. ये रखें सावधानियां
ग्रहण विशेष तौर पर गर्भवती महिलाओं के लिए खराब समझे जाते हैं. कहा जाता है ग्रहण के समय उन्हें घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए. बच्चे की सुरक्षा के लिए इस दौरान खाना, पीना और नींद से भी बचना चाहिए। यही नहीं ग्रहण को खुली आंखों से नहीं देखना चाहिए।



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