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पाक सांसद का दावा, हमले के डर से कुरैशी ने Abhinandan Varthaman को छोड़ने की वकालत की थी

इस्लामाबाद। पाकिस्तानी वायुसेना को मुंहतोड़ जवाब देने वाले भारतीय वायु सेना के विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान आज भी पाकिस्तान में चर्चा का विषय बने हुए हैं। बीते साल फरवरी में पाकिस्तान ने उन्हें आजाद कर भारत को वापस लौटाया था।

पाक के सांसद अयाज सादिक का दावा है कि उस समय विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने अभिनंदन को छोड़ने की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि भारत पाकिस्तान पर हमला करने वाला है, इसलिए अभिनंदन को छोड़ना जरूरी है।

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अयाज ने देश की संसद में कहा कि 'कुलभूषण के लिए हम अध्यादेश लेकर नहीं आए थे। इस सरकार ने एक-दो महीने अध्यादेश छिपाकर रखा। हमने इस्लामाबाद हाईकोर्ट में इतनी एक्सेस नहीं दी थी जितनी इस सरकार ने।'

कुरैशी काफी डरे हुए थे

अयाज के अनुसार अभिनंदन शाह महमूद कुरैशी उस बैठक में मौजूद थे, जिसमें इमरान खान ने आने से इनकार कर दिया। कुरैशी काफी डरे हुए थे। उनके पैर कांप रहे थे, उनके माथे पर पसीना था। इस दौरान कुरैशी बोले खुदा का वास्ता अब इसको वापस जाने दें, क्योंकि 9 बजे रात को हिंदुस्तान पाक पर हमला कर रहा है।'

आतंकी कैंप पर एयर स्ट्राइक

अयाज ने दावा किया कि हिंदुस्तान हमला नहीं करने वाला था। ऐसे में सरकार को सिर्फ घुटने टेककर अभिनंदन को वापस भेजना था जो उन्होंने किया। गौरतलब है कि बीते साल भारत ने बालाकोट स्थित आतंकी कैंप पर एयर स्ट्राइक की थी। पुलवामा के आतंकी हमले में हमारे 40 जवान शहीद हो गए थे। इसका बदला भारत ने आतंकी कैंपों को उड़ाकर लिया था।

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अभिनंदन का विमान क्रैश हो गया था

बाद में पाकिस्तान ने अपने लड़ाकू विमानों को भारत में हमले के लिए भेजा था। इसके जवाब में वर्धमान ने मिग-21 लेकर उड़ान भरी। इस दौरान अभिनंदन का विमान क्रैश हो गया। वह पीओके में जाकर गिरे। उन्हें पाकिस्तान के सैनिकों ने पकड़ लिया था। पूछताछ के दौरान एक वीडियों में देखा गया कि किस तरह से पाक आर्मी ने उन्हें चाय दी थी। यह दुनिया को दिखाने के लिए था कि किस तरह पाक अपने दुश्मनों के साथ सलूक करता है।

सच्चाई तो यह थी कि आईएसआई और पाक सैनिक उनके साथ माइंड गेम खेलने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन अभिनंदन दुश्मनों के बीच नहीं टूटे और भारतीय सेना की कोई भी खुफिया जानकारी नहीं सौंपी। अभिनंदन को 1 मार्च 2019 को अटारी-वाघा सीमा से भारत को लौटा दिया गया था।



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