Header Ads

आज से 18 साल बाद कम्प्यूटर, मोबाइल हो जाएंगे बंद, ऐसे करना होगा काम

क्या आपको Y2K याद है? जी हां, एक बार फिर यही समस्या नए रूप में सामने आने वाली है और इस बार ज्यादा त्रासदीकारक और ज्यादा भयावह होगी। इस बार इसे ईयर 2038 प्रॉब्लम कहा जा रहा है। इस समस्या को ईयर 2038 प्रॉब्लम इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि यह समस्या 19 जनवरी 2038 को दुनिया भर के सभी अनकॉम्पिटिबल कम्प्यूटर्स, गैजेट्स और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज को डिसेबल कर देगी। सबसे बड़ी बात है कि यह एक ऐसी समस्या है जिसका अभी तक कोई स्थाई समाधान नहीं खोजा जा सका है, हालांकि सॉफ्टवेयर इंजीनियर्स जल्दी ही इस समस्या के समाधान खोजने की संभावना जता रहे हैं।

तकनीक लाइफ में घुस गई है
वर्ष 2000 से पहले पूरी दुनिया इस बात से आशंकित थी कि 2000 शुरू होते ही दुनिया के सारे कम्प्यूटर बंद हो जाएंगे। कहीं कोई काम नहीं होगा, सभी कम्प्यूटराइज्ड सिस्टम्स बंद पड़ जाएंगे। हालांकि ऐसा नहीं हुआ, समय रहते इस समस्या का समाधान खोज लिया गया और आज 19 वर्षों बाद भी दुनिया भर के कम्प्यूटर न केवल चल रहे हैं, बल्कि पहले से ज्यादा स्मार्ट और यूजर फ्रेंडली बन चुके हैं, यहां तक कि तकनीक हमारी लाइफ में बहुत अंदर तक घुस गई है।

हो सकती है परेशानी
इस समस्या के चलते कम्प्यूटर्स, स्मार्टफोन तथा गैजेट्स सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे। उन पर पुरानी फाइल्स ओपन करना लगभग असंभव हो जाएगा। पहले से मौजूद डेटाबेस पर काम नहीं कर पाएंगे। कुछ खास प्रोग्रामिंग लैंग्वेज (जैसे सी, सी प्लस प्लस, वीबी) में बने प्रोग्राम्स इससे सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे। जो भी सॉफ्टवेयर या एप इसमें बने होंगे वो सभी क्रैश हो जाएंगे। इसका अंजाम क्या होगा, ये आप सहज ही अंदाजा लगा सकते हैं। आप खुद ही कल्पना कर सकते हैं कि आप एक बंद स्मार्टफोन या लैपटॉप से कितना काम कर पाएंगे।

सावधान रहने की जरूरत
अगर आप सी, सी प्लस प्लस या विजुअल बेसिक काम में ले रहे हैं तो सावधानी रहें। वीबी 8 में इस समस्या का निराकरण कर दिया गया है, वीबी 7 या उससे पुराने वर्जन पर बनने वाले प्रोग्राम्स में यह दिक्कत आएगी। आप माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के ब्लॉग ( https://blogs.msdn.microsoft.com/mthree/2008/04/21/another-look-at-the-year-2038-problem/ ) पर भी जा सकते हैं।

अभी वाले सिस्टम सिर्फ 2038 तक रहेंगे एक्टिव
अगर कल को कोई भी एक ऐसी समस्या आ जाती है जिसका कम्प्यूटर इंडस्ट्री के पास जवाब नहीं हो तो? ईयर 2038 प्रॉब्लम भी इसी तरह की समस्या है। एक्सपट्र्स के अनुसार कुछ वर्षों पहले तक जो ऑपरेटिंग सिस्टम्स बने, वे केवल 19 जनवरी 2038 तक ही काम कर पाएंगे। इसके बाद उनमें तारीख बदलकर नेगेटिव हो जाएगी और कम्प्यूटर ऑटोमैटिकली बैकडेट अडोप्ट कर 19 जनवरी 2038 के बजाय 13 दिसंबर 1901 दिखाने लगेगा। कम्प्यूटर्स के बैकडेट में जाते ही सभी प्रोग्राम्स बंद हो जाएंगे, ऑटोमेशन ठप पड़ जाएगा और जो हम आज देख रहे हैं वो सब इलेक्ट्रॉनिक मशीनों का ढांचा रह जाएगा। यही ईयर 2038 प्रॉब्लम है।

केवल विंडोज कम्प्यूटर होंगे प्रभावित
माइक्रोसॉफ्ट के अनुसार विंडोज के 64-बिट वर्जन में इस समस्या का समाधान कर दिया गया है, बशर्ते आप पुराने किसी 32-बिट वाले प्रोग्राम को काम में नहीं ले रहे हों तो। माइक्रोसॉफ्ट के इंजीनियर्स के अनुसार लेटेस्ट विंडोज सिस्टम में अगले 30,827 वर्षों तक ऐसी कोई भी समस्या नहीं आएगी। आप निश्चिंत होकर अपने नए विंडोज लैपटॉप्स, सिस्टम्स तथा गैजेटेस पर काम कर सकते हैं लेकिन डिवाइसेज में विंडोज एक्सपी पर चलने वाले सॉफ्टवेयर्स या 32-बिट सपोर्ट करने वाले किसी सॉफ्टवेयर को इंस्टॉल करने से बचें। यही एकमात्र समाधान होगा।

32 बिट ऑपरेटिंग सिस्टम वाले कम्प्यूटर्स होंगे प्रभावित
ये समस्या दरअसल ऑपरेटिंग सिस्टम में टाइम स्टॉम्प के लिए प्रयोग किए जा रहे आर्किटेक्चर को लेकर हो रही है। इस वक्त जितने भी 32-बिट ऑपरेटिंग सिस्टम वाले कम्प्यूटर्स है, वे इससे प्रभावित होंगे।

एप्पल और लाइनेक्स में हो चुका है समाधान
अगर आप आईओएस 10.6 या इससे पुराने वर्जन काम में ले रहे हैं तो निश्चित रूप से ये समस्या आपको परेशान करेगी, जबकि लेटेस्ट वाले वर्जन्स में आपको इस तरह की कोई भी समस्या नहीं आने वाली। अगर आप लाइनेक्स आधारित ऑपरेटिंग सिस्टम या सॉफ्टवेयर काम में ले रहे हैं तो आप आराम से रहें। सभी लेटे्स्ट सॉफ्टवेयर्स में इस समस्या का निराकरण कर दिया गया है। जैसे-जैसे लाइनेक्स की कर्नेल अपडेट हो रही है, उसके सभी इश्यूज खत्म हो रहे हैं। वर्तमान में जारी हुई कर्नेल 4.15 में काफी हद तक इस समस्या का निराकरण कर दिया गया है। लेकिन अभी भी कुछ इश्यूज हैं जिन्हें अगले कुछ महीनों में सुलझा लिया जाएगा। अगर आप अपने सिस्टम में एंटी वायरस डालकर रखते हैं और हर सॉफ्टवेयर को अपडेट रखते हैं तो फिर आपको आने वाले समय में किसी तरह की परेशानी नहीं होगी।

वर्तमान में क्या है समाधान
इस समस्या का एकमात्र समाधान यही है कि आप अपने डिवाइसेज (खासतौर पर लैपटॉप्स, कम्प्यूटर्स आदि) पर 64-बिट ऑपरेटिंग सिस्टम और सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करें। इसके अलावा समय-समय पर आने वाले अपडेट्स को इंस्टॉल करते रहें। खासतौर पर अगर आप विंडोज या एप्पल ऑपरेटिंग सिस्टम काम ले रहे हैं तो आने वाले सभी अपडेट्स को इंस्टॉल करे।

ये है स्थाई समाधान
इस समस्या के समाधान के लिए इंजीनियर्स ऑपरेटिंग सिस्टम्स और सॉफ्टवेयर्स अपडेट कर रहे हैं। इसके तहत सभी को 64-बिट कैपेबल बनाया जाएगा। 64-बिट इनेबल होने के बाद नए प्रोग्राम्स 3,00,000 वर्षों तक का टाइम शो करने की कैपेसिटी हासिल कर पाएंगे। अपडेट होने के बाद इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज में अगले 3,00,000 वर्षों तक ऐसी समस्या नहीं आएगी।



from Patrika : India's Leading Hindi News Portal
Read The Rest:patrika...

No comments

Powered by Blogger.