Header Ads

हर तरह के तनाव का कारण है ये ग्रह! इन उपायों से पाएं मुक्ति

आज के दौर में हर दूसरा शख्स तनाव depression से ग्रस्त है। किसी को नौकरी का तनाव, किसी को वैवाहिक जीवन या फिर संतान को लेकर तनाव। कुल मिलाकर कोई ना कोई शख्स किसी ना किसी तनाव tension से जूझ ही रहा है। ऐसे में हर कोई तनाव से मुक्ति चाहता है और इससे निजात पाने के लिए उपाय भी खोजता है।

लेकिन बार बार तनाव जैसी बीमारी से मुक्ति ना मिलने पर हताश हो जाता है, लेकिन ऐसा नहीं है कि इसका इलाज या उपाय नहीं है। दरअसल, ज्योतिष के अनुसार तनाव से मुक्ति नहीं मिल पाने के पीछे मुख्य कारण है ग्रह। जानें कैसे?

तनाव का संबंध इस ग्रह से
ज्योतिष के जानकार सुनील शर्मा के अनुसार तनाव मन की एक अवस्था है और ज्योतिष में मन का कारक चंद्र कहलाता है। वहीं यह तनाव की अवस्था आहार, विचार, व्यवहार और संस्कार पर निर्भर करती है। ज्योतिष के अनुसार चन्द्रमा की स्थितियों से अलग-अलग तरह के तनाव होते हैं।

ऐसे में कभी तनाव वास्तविक होता है, तो कभी काल्पनिक। वहीं तनाव कई तरह से आपके जीवन पर असर डालता है। पंडित शर्मा के अनुसार ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, कुंडली में जब चन्द्रमा आठवें भाव में हो तो सेहत संबंधी तनाव होता है। इसके अलावा चंद्रमा अकेला हो तो भी सेहत संबंधी तनाव देता है।

ज्योतिष के जानकारों के अनुसार ज्योतिषी में ये भी कहा गया है कि अगर किसी इंसान के हथेली पर मौजूद चंद्र पर्वत पर अगर दाग धब्बे हैं तो ये भी जीवन में तनाव रहने का संकेत देता है। चंद्र पर्वत पर दाग होने से शख्स को बीमारियों का वहम होने लगता है या यूं कहें कि छोटी बीमारी भी बहुत भयानक लगने लगती है।

पं. शर्मा के अनुसार ज्योतिष शास्त्र में मानसिक तनाव के उपायों को भी बताया गया है। उनके अनुसार हर तरह के तनाव का ज्योतिष में निवारण छिपा है, जो इस प्रकार हैं:

सेहत से संबंधित तनाव का उपाय: health tension

: किसी जानकार की सलाह पर चांदी के चेन में मून स्टॉन को चांदी में मड़वाकर पहनें।

: सोमवार को खीर बनाएं और उसका भोग भगवान शिव को लगाएं, इसके बाद खाना खाने के बाद भोग लगी हुई खीर को खुद खाएं।

: रात को सोने से पहले 9 बार गायत्री मंत्र का जाप जरूर करें।

वैवाहिक जीवन में तनाव का उपाय: Marriage Tension
अगर अपने वैवाहिक जीवन को लेकर महिलाएं तनाव में रहती हैं तो इसका मतलब यह माना जाता है कि उनकी कुंडली में चंद्रमा के साथ बृहस्पति कमजोर है। वहीं यदि पुरुष अपने वैवाहिक जीवन में तनाव में है तो इसका मतलब है कि उनकी कुंडली में चंद्रमा के साथ उनका शुक्र कमजोर है।

यही नहीं अगर हस्तरेखा पर जाली नजर आती है तो भी वैवाहिक जीवन में परेशानियां बनी रहती हैं। ऐसा होने पर जीवनसाथी शक, वहम और जरूरत से ज्यादा उम्मीद रखता है, इससे बचने का उपाय यहां समझें...

: ‘ऊं नमो भगवते सोमनाथाय’ का जाप कम से कम 108 बार करें।

: सोमवार को शिवलिंग पर जल और इत्र चढ़ाएं।

नौकरी में तनाव का उपाय: Jobs depression / Naukri Tension

जब चंद्रमा आपकी कुंडली में अग्नि राशि में है तो इसका मतलब है कि आपके पेशे और नौकरी में तनाव रहने वाला है।
वहीं हाथ में बने चंद्रमा पर्वत पर यदि टूटी हुई रेखाएं हैं तब भी नौकरी में तनाव रहता है। इससे बचने का उपाय इस प्रकार हैं...

: ‘ऊं चन्द्रशेखराय नमः’ का कम से कम 108 बार जाप करें।

: पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं।

: भगवान शिव को दूध मिलाकर जल चढ़ाएं।

: किसी गरीब व्यक्ति को भोजन जरूर कराएं।



from Patrika : India's Leading Hindi News Portal
Read The Rest:patrika...

No comments

Powered by Blogger.