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India Flood 2020: Corona संकट के बीच बाढ़ का प्रकोप, Assam में 100, तो Bihar में 7 की मौत

नई दिल्ली। एक तरफ पूरा देश कोरोना वायरस ( coronavirus in India ) की मार झेल रहा है। वहीं, देश के कुछ हिस्सों में बाढ़ ( Flood ) का कहर जारी है। खासकर, असम ( Flood in Assam ) और बिहार ( Flood in Bihar ) में स्थिति ज्यादा बिगड़ने लगी है। आलम ये है कि असम में बाढ़ के कारण सौ से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि, बिहार में सात लोगों की मौत हो गई है। वहीं, दोनों राज्यों में लाखों लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं।

PM Modi ने कहा- सब लोग राहत-बचाव कार्य में लगे हैं

पूर्वोत्तर राज्य ( North East State ) असम ( Assam ) और उत्तरी बिहार ( Bihar ) में बाढ़ के कारण हाहाकार मचा हुआ है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ( PM Narendra Modi ) ने रविवार को अपने मन की बात ( Mann kee Baat ) में भी इसका जिक्र किया है। पीएम मोदी ने असम (Assam Flood) और बिहार (Bihar Flood) में बाढ़ और भारी बारिश (Heavy Rain) के कारण प्रभावित लोगों के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त की। पीएम ने कहा, 'इन दिनों देश का एक बड़ा हिस्सा बाढ़ से जूझ रहा है। बिहार और असम जैसे राज्यों के कई क्षेत्रों में बाढ़ के कारण काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।' उन्होंने कहाकि सभी सरकारें, एनडीआरएफ ( NDRF ) की टीमें, आपदा प्रतिक्रिया दल और स्वयं सहायता समूह हर संभव तरीकों से राहत और बचाव प्रदान करने के लिए एक साथ मिलकर काम कर रहे हैं।

25 लाख लोग बाढ़ की चपेट में

इधर, असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ( ASDMA ) ने बाढ़ पर बुलेटिन जारी करते हुए कहा कि राज्य में 23 जिले अभी भी बाढ़ की चपेट में हैं। वहीं, तकरीबन 25 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। जो शनिवार की तुलना में लगभग 1.5 लाख कम है। रिपोर्ट के अनुसार, लगभग 46,000 लोगों ने 269 सरकारी राहत शिविरों में शरण ली है।हालांकि, सभी प्रमुख नदियों ( Rivers ) के जल स्तर में कमी के कारण रविवार को समग्र बाढ़ की स्थिति में सुधार हुआ। रिपोर्ट के मुताबिक, सबसे ज्यादाा गोलपाड़ा में 4.7 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। राहत-बचाव कार्य के कलिए 181 नौकाओं को तैनात की गई है।

Assam और Meghalaya में भारी बारिश की चेतावनी

वहीं, केंद्रीय जल आयोग ( CWC ) ने मंगलवार से असम ( Alert in Assam ) और मेघालय ( Meghalaya ) में मूसलाधार बारिश की भविष्यवाणी की है। काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान और टाइगर रिज़र्व (KNPTR) का लगभग 85% हिस्सा जलमग्न चुका है। केएनपीटीआर के निदेशक पी शिवकुमार ( P Shiv Kumar ) का कहना है कि जल स्तर घट रहा है, लेकिन गति बहुत धीमी है। इधर, बिहार के जल संसाधन विभाग के मंत्री संजय कुमार झा ( Sanjay Kumar Jha ) ने कहा कि बूढ़ी गंडक और बागमती को छोड़कर, सभी प्रमुख नदियों में रविवार शाम को जलस्तर में कमी आई है।

Bihar में होगी जमकर बारिश

हालांकि, सीडब्ल्यूसी ( CWC ) ने अपने बुलेटिन में कहा है कि बिहार में कई नदियों से पानी लगातार बाहर आ रहा है। जिसके कारण बाढ़ ( Flood ) की स्थिति बनी हुई है। अगले दो-दिनों में स्थिति और बिगड़ सकती है। वहीं, राज्य में अगामी 29 और 30 जुलाई को ज्यादा बारिश ( Heavy Rain ) होने की संभावना है। सीडब्ल्यूसी का कहना है कि उत्तर बिहार में, 15 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। राज्य के आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार, लगभग 1.4 लाख को गांव से बाहर निकाला गया है।



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