Header Ads

GK Exam: एग्जाम्स में पूछे जाते हैं ये सवाल, जानिए इनके उत्तर

GK Exam: आम तौर पर कुछ प्रश्न ऐसे होते हैं जो लगभग सभी कॉम्पीटिशन एग्जाम्स तथा इंटरव्यू में पूछे जाते हैं। दिखने में ये सवाल कई बार मुश्किल लग सकते हैं परन्तु याद करने में ये अत्यन्त आसान हैं-

प्रश्न (1) - संसदीय विशेषाधिकार क्या होते हैं?
संसद के दोनों सदनों, उनके सदस्यों और समितियों को कुछ विशेषाधिकार प्राप्त हैं। इन्हें इसलिए दिया गया है, ताकि सांसद स्वतंत्र रूप से काम कर सकें। सबसे महत्वपूर्ण विशेषाधिकार है सदन और समितियों में स्वतंत्रता के साथ विचार रखने की छूट। सदस्य द्वारा कही गई किसी बात के संबंध में उसके विरुद्ध किसी न्यायालय में कार्रवाई/कार्यवाही नहीं की जा सकती। कोई सदस्य उस समय गिरफ्तार नहीं किया जा सकता, जबकि उस सदन या समिति की बैठक चल रही हो, जिसका वह सदस्य है। अधिवेशन से 40 दिन पहले और उसकी समाप्ति से 40 दिन बाद भी उसे गिरफ्तार नहीं किया जा सकता। संसद परिसर में केवल अध्यक्ष/सभापति के आदेशों का पालन होता है। विशेषाधिकार भंग करने या सदन की अवमानना करने वाले को भत्र्सना, ताडऩा या निर्धारित अवधि के लिए कारावास की सजा दी जा सकती है। सदस्यों के मामले में सदन अन्य दो प्रकार के दंड दे सकता है। सदन की सदस्यता से निलंबन या बर्खास्तगी। दांडिक क्षेत्र सदनों तक और उनके सामने किए गए अपराधों तक ही सीमित न होकर सदन की सभी अवमाननाओं पर लागू होता है।

प्रश्न (2) - संविधान की अनुसूचियां कौनसी हैं?
अनुसूचियां जैसा कि नाम से स्पष्ट है कुछ सूचियां हैं, जिनमें प्रशासकीय कार्यों, गतिविधियों और नीतियों का वर्गीकरण है। 26 जनवरी, 1950 को जब भारतीय संविधान लागू हुआ था, तब उसमें 395 अनुच्छेद और 8 अनुसूचियां थीं। पहली अनुसूची में अनुच्छेद एक और चार के अंतर्गत सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के नाम है। अनुच्छेद 246 के अंतर्गत सातवीं अनुसूची में केंद्र और राज्यों के बीच विधान बनाने के क्षेत्रों का विवरण है। अनुच्छेद 31ख के अंतर्गत नौवीं अनुसूची 18 जून 1951 को संविधान के पहले संशोधन के साथ जोड़ी गई थी। इसके बाद तीन अनुसूचियां और जोड़ी गईं। जनवरी 2018 तक की सूचना के अनुसार संविधान में 448 अनुच्छेद, तथा 12 अनुसूचियां हैं। पूरा संविधान 25 भागों में विभाजित है। संविधान में अब तक 101 संशोधन हो चुके हैं।

प्रश्न (3) - आठवीं अनुसूची खबरों में क्यों?
हाल में खबर थी कि इस साल संसद के मॉनसून सत्र के साथ राज्यसभा के सदस्यों को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल सभी 22 भाषाओं में किसी में भी बोलने की अनुमति मिल गई है। इन 22 अनुसूचित भाषाओं में राज्यसभा में 12 भाषाओं के लिए एक ही समय में साथ-साथ अनुवाद की सेवा पहले से ही थी। इनमें असमिया, बांग्ला, गुजराती, हिंदी, कन्नड़, मलयालम, मराठी, ओडिय़ा, पंजाबी, तमिल, तेलुगू और उर्दू शामिल हैं। अनुच्छेद 344(1) और 351 के तहत आठवीं अनुसूची में संविधान द्वारा मान्यता प्राप्त 22 प्रादेशिक भाषाओं का उल्लेख किया गया है। सन् 1950 में इस अनुसूची में 14 भाषाएं (असमिया, बांग्ला, गुजराती, हिंदी, कन्नड़, कश्मीरी, मराठी, मलयालम, ओडिय़ा, पंजाबी, संस्कृत, तमिल, तेलुगू और उर्दू) थीं। सन् 1967 के 21वें संविधान संशोधन द्वारा सिंधी को इसमें जोड़ा गया। इसके बाद कोंकणी, मणिपुरी और नेपाली को 1992 में इस अनुसूची में स्थान मिला। फिर सन् 2004 में बोडो, डोगरी, मैथिली और संथाली को इसमें शामिल किया गया। अब भी देश के अलग-अलग इलाकों में 38 और भाषाओं को इस अनुसूची में शामिल करने की मांगें हैं।

प्रश्न (4) - ब्रिक्स क्या है?
ब्रिक्स दुनिया की पांच उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं का एक समूह है, जिसमें ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं। इनके नाम के ही पहले अक्षर बी, आर, आई, सी, एस से ब्रिक्स बना है। ब्रिक्स देशों में दुनिया की 43 फीसदी आबादी रहती है और यहां विश्व का सकल घरेलू उत्पाद 30 फीसदी है। विश्व व्यापार में इसकी हिस्सेदारी 17 फीसदी है।



from Patrika : India's Leading Hindi News Portal
Read The Rest:patrika...

No comments

Powered by Blogger.