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मुंह के जरिए से ही नहीं अब कान से भी शरीर में पहुंचेगा Coronavirus, चौंका देने वाले अध्ययन में हुआ खुलासा

नई दिल्ली. कोरोना वायरस (Coronavirus) का कहर लगातार जारी है। देश में इस महामारी की चपेट में 13 लाख से ज्यादा लोग आ गए हैं। इस महामारी की जंग से लड़ने के लिए दुनिया भर के वैज्ञानिक वैक्सीन (Coronavirus vaccine) की खोज में लगे हुए हैं। महामारी के फैलने का सबसे बड़ा कारण यही है कि यह हर दिन अपने लक्षण बदल रहा है। अभी तक कोरोना वायरस (Coronavirus Symptoms) मुंह के जरिए से हमारे शरीर में प्रवेश कर रहा था, लेकिन एक चौंका देने वाले अध्ययन से सामने आया है कि कोरोना वायरस अब कान (Coronavirus ear) के जरिए से भी हमारे शरीर में प्रवेश कर सकता है। इसे अंदाजा लगाया जा सकता है कि कोरोना वायरस हर दिन एक खतरनाक रूप ले रहा है।

मृतकों के शरीर में मिले ये लक्षण

अध्ययन के मुताबित कोरोना वायरस कान और इसके पीछे वाली मेस्टॉयड हड्डी (Mastoid bone) को भी संक्रमित कर सकता है। इसके 2 मामले अमेरिकी शोधकर्ताओं (American Researcher) के सामने आए हैं। शोधकर्ताओं के मुताबिक, रिसर्च के दौरान 3 संक्रमित मृतक में से 2 के कान और इसके पीछे वाले हिस्से में कोरोना वायरस मिला है।

मरीजों के कान की भी होनी चाहिए जांच

रिसर्च करने वाले अमेरिका के जॉन हॉपकिंस स्कूल ऑफ मेडिसिन (John Hopkins School of Medicine) के शोधकर्ताओं के मुताबिक कोरोना के लक्षण दिखने वाले मरीजों में कान की भी जांच होनी चाहिए। इस रिसर्च में सामने आया है कि कोरोना वायरस शरीर के अंदरूनी किसी भी हिस्से तक पहुंच सकता है। यह नाक, गला और फेफड़ों को संक्रमित कर सकता है।

तीन मृतक लोगों में हुआ रिसर्च

JAMA ऑटोलैरंगोलॉजी जर्नल (JAMA Autolyngology Journal) में प्रकाशित शोध के मुताबिक, सिर और गर्दन की सर्जरी करने वाली टीम ने कोरोना के तीन मरीजों की जांच की। तीनों की मौत हो चुकी थी। इनमें दो महिलाएं और एक पुरुष था। एक महिला और एक पुरुष की उम्र 60 साल थी वहीं, तीसरी महिला की उम्र 80 साल थी। इनके शरीर के हिस्सों से स्वाब सैम्पल लिए गए।

दो मरीजों के कान में मिला वायरस

इस रिसर्च में चौंका देने वाली बात यह थी कि तीन में से दो मृतकों के कान में वायरस मिला है। 80 साल की उम्र वाली महिला के दाहिने कान में कोरोना पाया गया। 60 के बुजुर्ग इंसान के दाई और बाईं कान की हड्डियों में यह वायरस मिला। शोधकर्ताओं का कहना है कि यह पहली बार नहीं है, जब कोरोना कान के किसी हिस्से में मिला है। अप्रैल 2020 में कान में संक्रमण देखा गया था।

कान को भी ढकना चाहिए

जॉन हॉपकिंस स्कूल ऑफ मेडिसिन (John Hopkins School of Medicine) की नई रिसर्च में शोधकर्ताओं का कहना है कि कान में संक्रमण की स्थिति में किसी सर्जरी या इलाज से पहले कोविड-19 (COVID-19) की जांच करनी चाहिए। इसके साथ ही हमें मुंह के साथ साथ कान को भी ढकना चाहिए।



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