अमरीका में ऑनलाइन क्लास लेने वाले छात्रों को लौटना होगा स्वदेश

कोरोना महामारी के बीच अमरीका में रहकर पढ़ाई कर रहे विदेशी छात्रों के लिए अमरीकी सरकार ने एक नया फरमान जारी किया है, जिसके तहत जिन छात्रों की केवल ऑनलाइन मॉडल पर क्लासेज हो रही हैं, उन्हीं तत्काल प्रभाव से देश छोड़ना होगा या फिर दूसरे शैक्षणिक संस्थान में तबादला करवाना होगा।

अमरीका में आव्रजन और सीमा शुल्क प्रवर्तन यानी इमिग्रेशन एंड कस्टम्स इंफोर्समेंच (आईसीई) ने इसे लेकर गाइडलाइन जारी की है कि नॉनइमिग्रेंट एफ-1 और एम-1 छात्रों को, जिनकी ऑनलाइन क्लासेज चल रही हैं, उन्हें अगले सेमेस्टर के लिए देश में प्रवेश नहीं दिया जाएगा और अगर वह अमरीका में रह रहे हैं तो उन्हें तत्काल देश छोड़कर अपने देश जाना होगा।

अगर छात्र ऐसा नहीं करते हैं तो उन्हें इसके दुष्परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। साथ ही अगले सेमेस्टर में जिन छात्रों की क्लासेज ऑनलाइन होनी है, उन्हें वीजा जारी नहीं किया जाएगा। अमरीकी सरकार के इस फैसले से लाखों विदेशी खासतौर पर भारतीय छात्र प्रभावित होंगे।

शिक्षाविदों ने उठाए सवाल
अमरीकी शिक्षा परिषद और अन्य विशेषज्ञों ने सरकार के इस फैसले पर सवाल उठाए हैं। अमरीकी शिक्षा परिषद के वरिष्ठ उपाध्यक्ष टेरी हार्टले ने कहा, कि उन शिक्षण संस्थानों के लिए असमंजस हो गया है जो दोबारा खोलने वाले थे। हार्टले ने कहा कि वीजा खत्म होने पर यात्रा पाबंदियों के चलते छात्र घर भी नहीं लौट पाएंगे।

भारतीय छात्रों पर यह पड़ेगा असर
ऐसे सभी भारतीय छात्रों को स्वदेश लौटना होगा, जिनकी स्कूल, कॉलेज या यूनिवर्सिटी में सभी कक्षाएं ऑनलाइन लग रही हैं। उन्हें वहां रूके रहने के लिए ऐसे संस्थानों में जाना होगा जहां सामान्य रूप से कक्षाएं चल रही हैं, उनके सामने उचित चिकित्सकीय अवकाश का भी विकल्प हैं। जो छात्र कोरोना के चलते पहले ही भारत में हैं, उन्हें अमरीका में लौटने नहीं दिया जाएगा यदि उनकी सभी कक्षाएं ऑनलाइन हैं। उल्लेखनीय है कि अमरीका में करीब 11 लाख विदेशी छात्रों में 20 प्रतिशत भारतीय है।



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