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India-China Tension: मोदी सरकार की चुप्पी पर विपक्ष ने उठाए सवाल, पूछा- चीन को कब देंगे जवाब?

नई दिल्ली। कोरोना वायरस ( coronavirus ) संकट के बीच भारत ( India ) और चीन ( China ) के बीच लद्दाख सीमा ( Ladakh Border ) पर एक बार फिर विवाद बढ़ गया है। सोमवार की रात दोनों देशों के बीच हिंसक झड़प हुई। इस झड़प में कई भारतीय जवान शहीद ( Indian Soldiers Martyred ) हुए हैं। वहीं, भारतीय सैनिकों ने भी चीनी जवानों को मार गिराया है। इस पूरे घटनाक्रम पर विपक्षी नेताओं ने मोदी सरकार से सवाल किए हैं कि आखिर चीन को कब जवाब दिया जाएगा?

चिदंबरम ने PM की खामोशी पर उठाए सवाल

पूर्व गृह मंत्री ( Ex Home Minister ) और कांग्रेस ( Congress ) के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ( P Chidambaram ) ने कहा कि विदेशी सेना हमारे देश में घुसपैठ कर रहे हैं और हमारे मुखिया ( प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ) चुप्पी साधे हुए हैं। उन्होंने ट्वीट करते हुए मोदी सरकार ( Modi Government ) पर सवाल उठाए हैं। चिदंबरम ने कहा कि विदेशी सैनिक देश की सीमा में घुस रहे हैं और हमारे प्रधानमंत्री सात दिनों से खामोश हैं। चिदंबर ने कहा कि विदेश मंत्रालय का भी बयान आया है, लेकिन उसमें कुछ नया नहीं है। आखिर, सरकार क्योंकि चुप्पी साधे हुए हैं इसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती है? चिदंबरम ने कहा कि क्या पीएम और रक्षा मंत्री देश को विश्वास में लेंगे कि कैसे हमारे अधिकारी और सैनिक मारे गए, जबकि चीनी सैनिक कथित तौर पर गालवान घाटी में हमारे क्षेत्र से पीछे हट रहे थे? ... क्या अब प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री आगे आएंगे और राष्ट्र को इस बारे में बताएंगे? अप्रैल और मई, 2020 तक हमारे क्षेत्र का कितना हिस्सा चीन द्वारा अवैध रूप से कब्जा कर लिया गया है?

कांग्रेसी नेताओं ने सरकार से मांगे जवाब

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी ( Adhir Ranjan Choudhary ) ने कहा, 'हमारे शहीदों का खून व्यर्थ नहीं जाएगा, हमें दुश्मन को उसी के भाषा में जवाब देना होगा जो वे समझते हैं।' पंजाब ( Punjab ) के मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह ( Captain Amarinder Singh ) ने इस पूरे मामले पर भारत को बदला लेने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि पूरा देश एक साथ खड़ा और सरकार को इस पर एक्शन लेना चाहिए। वहीं, CPM ने सरकार से आधिकारिक बयान देने की मांग की है। पार्टी का कहना है कि यह जरूरी है कि दोनों सरकारें स्थिति को परिभाषित करने के लिए तुरंत उच्च स्तरीय वार्ता शुरू करें। वहीं, BSP नेता दानिश अली ( Danish Ali ) ने सरकार से स्थिति पर सफाई देने और तेजी से कार्य करने को कहा है।

देवगौड़ा ने सरकार से मांगा स्पष्टीकरण

पूर्व प्रधानमंत्री और JDS नेता एच.डी. देवगौड़ा ( H. D. Deve Gowda ) ने कहा कि डी-एस्केलेशन प्रक्रिया के दौरान भारतीय सैनिकों को कैसे मारा गया, इस पर सरकार स्पष्टीकरण दे। उन्होंने कहा कि राष्ट्रहित में पीएम और रक्षा मंत्री को चीन के साथ सीमा मुद्दे पर राष्ट्र को एक स्पष्ट तस्वीर पेश करनी चाहिए।

NCP नेता शरद पवार ने ट्वीट किया, “हमारे सेना के अधिकारियों और जवानों ने लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी घुसपैठ से हमारे राष्ट्र की रक्षा करते हुए अपनी जान गंवाई है। हमारे सशस्त्र बल साहस और दृढ़ संकल्प के साथ हमारी सीमाओं की रक्षा करेंगे। हार्दिक संवेदना।"

समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार चीन से खतरे के प्रति उदासीन थी और उन्होंने लद्दाख में जमीनी स्थिति पर स्पष्टता मांगी है। भाकपा महासचिव डी राजा ने कहा कि गतिरोध को बातचीत के जरिए हल किया जा सकता है।



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