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कर्क संक्रांति 2020: इस दिन से होने जा रहा है ये बड़ा बदलाव, जानिये आप पर इसका असर

सूर्य हर महीने अपना स्थान बदल कर एक राशि से दूसरी राशि Surya Rashi Parivartan में जाता है, हर महीने राशि परिवर्तन करने की प्रक्रिया को सनातन धर्म में संक्रांति के नाम से जाना जाता है। पंडित सुनील शर्मा के अनुसार सूर्यदेव को प्रकृति के कारक के तौर पर जाना जाता है, इसीलिए संक्रांति Surya Rashi Parivartan के दिन इनकी पूजा की जाती है। वहीं वर्ष 2020 में 16 जुलाई को एक बार फिर सूर्य कर्क राशि में जा रहा है, ऐसे में इस दिन कर्क संक्रांति kark sankranti 2020 का पर्व मनाया जाएगा।

सनातन धर्म के शास्त्रों में भी सूर्य देवता को समस्त भौतिक और अभौतिक तत्वों की आत्मा माना गया है। ऋतु परिवर्तन और जलवायु में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव इनकी स्थिति के अनुसार होता है। न केवल ऋतु में बदलाव बल्कि धरती जो अन्न पैदा करती है और जिससे जीव समुदाय का भरण-पोषण होता है, यह सब सूर्य के कारण ही संपन्न हो पाता है। ज्योतिष में भी सूर्य को आत्मा का कारक माना गया है वहीं यह आपकी नेतृत्व क्षमता, प्रशासनिक क्षमता, पिता आदि का कारक है।

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कर्क संक्रांति कब है?
हिन्दू धर्म में संक्रांति का समय बहुत पुण्यकारी माना गया है। संक्रांति के दिन पितृ तर्पण, दान, धर्म और स्नान आदि का काफ़ी महत्व है। इस वैदिक उत्सव को भारत के कई इलाकों में बहुत ही धूम-धाम के साथ मनाया जाता है।

प्रायः 16 जुलाई के आस-पास सूर्य के कर्क राशि में प्रवेश करने पर कर्क संक्रांति मनाई जाती है। वहीं इस वर्ष यानि 2020 में भी सूर्य का गोचर 16 जुलाई 2020 सुबह 10:32 बजे कर्क राशि में होगा और 16 अगस्त 2020 शाम 18:56 बजे तक यह इसी राशि में रहेगा। हिंदू कैलेंडर के अनुसार कर्क संक्रांति को छह महीने के उत्तरायण काल का अंत माना जाता है। साथ ही इस दिन से दक्षिणायन की शुरुआत होती है, जो मकर संक्रांति में समाप्त होता है।

संक्रांति पर क्या खास?
संक्रांति के दिन पूजा-अर्चना करने के बाद गुड़ और तिल का प्रसाद बांटा जाता है। जैसा कि हम सभी जानते हैं, संक्राति एक शुभ दिन होता है। पूर्णिमा, एकादशी आदि जैसे शुभ दिनों की तरह ही संक्रांति के दिन की भी बहुत मान्यता है। इसीलिए इस दिन कुछ लोग पूजा-पाठ आदि भी करते हैं। मत्स्यपुराण में संक्रांति के व्रत का वर्णन किया गया है।

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ज्योतिष के अनुसार यदि कुंडली में सूर्य मजबूत अवस्था में है तो ऐसा व्यक्ति राजा की तरह जिंदगी जीता है, वहीं जिस जातक की कुंडली में यह अच्छी अवस्था मेें नहीं होता उसे जीवन में कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। सूर्य के नकारात्मक प्रभाव को रोकने के कई उपाय भी हैं।

कर्क संक्रांति का आप पर असर.... Effects of surya rashi parivartan
पंडित शर्मा के अनुसार ग्रहों परिवर्तन की तरह ही सूर्य का कर्क राशि में गोचर भी हर शख्स के जीवन में कुछ न कुछ परिवर्तन लेकर आएगा। इससे जहां कुछ राशि वालों को लाभ होने की संभावना है, वहीं कुछ राशियां इस गोचर में नुकसान में रह सकतीं हैं...

1. मेष राशि : Aries
सूर्य का गोचर आपके चतुर्थ भाव में हो रहा है जो कि आपके सुख और माता का कारक है। यह गोचर आपके जीवनसाथी के लिए शुभता लेकर आएगा उन्हें कार्यक्षेत्र और समाज में अच्छे फल प्राप्त होंगे।

वहीं इस गोचर काल के दौरान आपके कुछ कामों में देरी हो सकती है। इसकी वजह से आप मानसिक रुप से परेशान हो सकते हैं और घर का माहौल भी बिगड़ सकता है।

इस दौरान आर्थिक मुद्दों को लेकर अनिश्चितता और असुरक्षा की भावना के चलते आप अपनी योग्यता पर भी शक कर सकते हैं। इसकी वजह से आप खुद को अलग-थलग पाएंगे और कई कामों को अधूरा भी छोड़ सकते हैं।

इस दौरान कार्यक्षेत्र में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ असहमति हो सकती है। आपको कार्यक्षेत्र में किसी भी तरह का लड़ाई-झगड़ा करने से बचना चाहिए।

इस अवधि में कुछ मामले भी टल सकते हैं और आपका कीमती समय बर्बाद हो सकता है।

उपाय- अपने सोने के कमरे में तांबे की धातु से बने बर्तन में गुलाब के फूल रखें।

2. वृषभ राशि : Taurus
सूर्य का ये गोचर आपके तीसरे भाव में होगा, यह भाव पराक्रम व भाई बहनों का माना जाता है। गोचर के दौरान आपमें साहस और पराक्रम में वृद्धि देखने को मिलेगी। वहीं इस दौरान आप अपने लक्ष्यों को पाने के लिए पूरी मेहनत करेंगे और आप औरों से बेहतर साबित होंगे।

वहीं जो लोग आमदनी में बढ़ोतरी की उम्मीद लगा रहे थे, उन्हें कोई अच्छी खबर इस दौरान मिल सकती है। इस गोचर से आपके जीवन में खुशियां आएंगी और आपका आर्थिक पक्ष भी मजबूत रहेगा, साथ ही स्वास्थ्य को लेकर भी कोई परेशानी नहीं रहेगी।

इस दौरान आपके अंदर ऊर्जा की अधिकता रहेगी जिसके चलते आप अपने कम्फर्ट जोन से बाहर निकल सकते हैं। इस समय आप नई चीजों में हाथ आजमा सकते हैं, जिससे आपको सफलता और सम्मान प्राप्त हो सकता है।

उपाय: शुभता के लिए रविवार के दिन गाय को गुड़ खिलाएं।


3. मिथुन राशि : Gemini
इस गोचर के दौरान सूर्य आपसे दूसरे स्थान पर रहेंगे। आपकी वाणी के दूसरे घर में सूर्य का यह गोचर आपको कभी-कभी बातचीत में कठोर बना सकता है। इस गोचर के दौरान आपके परिवार में कुछ परेशानियां आ सकती हैं। वहीं इस गोचर काल के दौरान आर्थिक पक्ष कुछ कमजोर रह सकता है।

अपने लक्ष्यों और महत्वाकांक्षाओं को साकार करने के लिए आपको बहुत अधिक प्रयास करने की आवश्यकता होगी। इस गोचर काल के दौरान आप कोई भी काम अटकलों के आधार पर शुरु नहीं करें।

इस दौरान आपको अपने खानपान पर विशेष ध्यान देना होगा, नहीं तो स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं आपको हो सकती हैं। इस गोचरकाल में आंखों से जुड़ी समस्या होने की भी संभावना है इसलिए अपनी आंखों पर बहुत ज्यादा तनाव न डालें।

उपाय: शुभता के लिए सूर्योदय के समय गायत्री मंत्र का जाप करें।

4.कर्क राशि : Cancer

सूर्य का गोचर आपके लग्न भाव में ही होगा, जिससे आपके नेतृत्व और प्रशासनिक गुणों में वृद्धि होगी। इस दौरान आप में व्यवस्थित होने की सोच आएगी। इस समय आप लंबित कार्यों और प्रयासों को पूरा कर सकते हैं। इस गोचर के चलते आपके स्वभाव में गर्मजोशी रहेगी और अपने प्रिय लोगों के प्रति आप रक्षात्मक रहेंगे। पिता का साथ आपके कुछ वैचारिक मतभेद संभव हैं।

चूंकि सूर्य की दृष्टि आपके सप्तम भाव पर भी है इसलिए जीवनसाथी के साथ भी नोक—झोंक हो सकती है। जिससे आपके निर्णय लेने की क्षमता प्रभावित हो सकती है और इससे रिश्ते पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।

अगर आपको ब्लड प्रेशर, हार्ट आदि से जुड़ी कोई पुरानी स्वास्थ्य समस्या है, तो इस दौरान किसी भी तरह की कोताही न बरतें। क्योंकि आपका स्वास्थ्य खराब होने के चांस हैं। वहीं योग, ध्यान, शारीरिक व्यायाम आदि आपकी कई समस्याओं को दूर कर सकते हैं।

उपाय- शुभता के लिए सूर्योदय के समय सूर्य देव को अर्घ्य दें।

 

5. सिंह राशि : Leo
सूर्य इस समय आपके द्वादश भाव में यानि व्यय और विदेश यात्राओं के भाव में गोचर करेगा। इस गोचर से अपनी क्षमताओं पर संदेह के चलते आपके आत्मविश्वास में कमी आ सकती है, जिसके परिणामस्वरूप आपका आत्मबल कम होने की भी संभावना है। वहीं इस कारण आप कार्यस्थल पर दूसरों से मान्यता और प्रशंसा पाने की कोशिश करते नजर आ सकते हैं वहीं आपको जल्दबाजी में फैसले लेने पड़ सकते हैं, जिससे आपकी ऊर्जा सही दिशा में उपयोग होने के बजाय गलत दिशा में चली जाएगी।

इस गोचर काल के दौरान कोई भी ऐसा काम न करें जिससे कानून का उलंघन होता हो या कोई नियम टूटता हो। आपके पेशेवर जीवन में यह निर्णय लेने के लिए सही समय नहीं है।

आर्थिक तौर पर किसी भी तरह के निवेश के लिए यह समय अच्छा नहीं है। इससे आपकी जमा पूंजी भी समाप्त हो सकती है और आप मानसिक रुप से अशांत भी हो सकते हैं।
इस समय आपको कोई भी निर्णय सोच-समझकर लें, भावनाओं में बहकर कोई भी फैसला न लें। निजी जीवन में इस दौरान आप आक्रामक और आत्म केंद्रित हो सकते हैं जिसकी वजह से जीवनसाथी के साथ आपके मतभेद हो सकते हैं।

उपाय: शुभता के लिए अपने दाहिने हाथ की छोटी अंगुली में किसी जानकार की सलाह पर रविवार के दिन तांबे या सोने की अंगूठी में रूबी स्टार (8-9 कैरेट) पहनें।

6. कन्या राशि : Virgo
इस गोचर काल में सूर्य ग्रह आपके एकादश भाव में गोचर करेगा, इसलिए यह गोचर कन्या राशि के जातकों के लिए अत्यंत शुभ रहेगा। इस समय काल में आपको पेशेवर जीवन में अचानक धन लाभ होने की संभावना है, जिससे आपका आर्थिक पक्ष मजबूत होगा।

किसी सरकारी संस्था से या किसी पितातुल्य से भी इस दौरान लाभ हो सकता है। यदि आपने साझेदारी में कोई बिजनेस किया है, तो इससे आपको लाभ होने की भी इस समय पूरी संभावना है। वे जातक जो नौकरी पेशा हैं उन्हें अपने प्रयासों का अच्छा फल मिल सकता है, आपके काम को वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा सराहा जा सकता है। काम के संबंध में इस राशि के जो जातक इस अवधि में यात्रा करेंगे, उन्हें भी मनमाफिक परिणाम मिल सकते हैं।

किसी पुरानी बीमारी से इस दौरान आपको राहत मिल सकती है। कुल मिलाकर देखा जाए तो सूर्य का यह गोचर आपके पेशेवर और निजी जीवन दोनों के लिए ही अच्छा रहेगा। हालांकि सूर्य की यह स्थिति आपके दृष्टिकोण को कभी-कभी कठोर बना सकती है।

उपाय: शुभता के लिए सूर्योदय के समय सूर्याष्टक का पाठ करें।

7. तुला राशि : Libra
इस समय सूर्य आपकी राशि से दशम भाव में गोचर करेगा। इस भाव में सूर्य अपनी दिगबली अवस्था में होता है। इस दौरान आपमें सक्रियता रहने के साथ ही प्रबंधन और नेतृत्व करने के गुण आएंगे। इससे आपको अपने पुराने लक्ष्यों को प्राप्त करने की शक्ति मिलेगी और नये काम को भी आप बहुत अच्छी तरह से कर पाएंगे। उच्च अधिकारियों के बीच आपकी छवि सुधरेगी। आपको नई जिम्मेदारियां भी इस दौरान मिल सकती हैं, वहीं कुछ जातकों को किसी संस्था में अच्छा पद प्राप्त हो सकता है।

आपको लाभ प्राप्त हो सकता है। सरकारी जॉब की तैयारी कर रहे जातक भी इस समय मनमाफिक फल पा सकते हैं। प्रॉपर्टी से जुड़े मामलों में भी आपको इस दौरान फायदा होगा, वहीं सामाजिक जीवन में भी आपका मान-सम्मान बढ़ेगा।

सूर्य देव के इस गोचर काल में स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं भी दूर हो जाएंगी। हालांकि सूर्य के इस गोचर के दौरान आपको कुछ परेशानियों का सामना भर करना पड़ सकता है।

उपाय: शुभता के लिए किसी विशेष काम के लिए जाने से पहले अपने पिता, पितातुल्य या भगवान की मूर्तियों के चरण छूकर उनका आशीर्वाद अवश्य लें।


8. वृश्चिक राशि : Scorpio
सूर्य इस समय आपकी राशि के नवम भाव में गोचर कर रहा है। सूर्य की यह स्थिति आपके कामों में देरी ला सकती है और पेशेवर जीवन में आपको कुछ परेशानियां हो सकती हैं इस दौरान आपको कई लोगों से शिकायतें हो सकती हैं। इस गोचर काल के दौरान कानून के खिलाफ कोई कार्य न करें।

पेशेवर जीवन में आप किसी झूठे आरोप में फंस सकते हैं। वहीं इस समय आए बदलावों के चलते आप बातों में कठोरता हो सकती है, जिसके कारण परिवार में तनाव पैदा हो सकता है।

इस अवधि में आर्थिक पक्ष भी कुछ कमजोर रह सकता है। इस समय किसी भी तरह की यात्राएं न करें। स्वास्थ्य जीवन की बात की जाए तो आपको घुटनों और टांगों से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं, इसलिए अपना ख्याल रखें।

उपाय: शुभता के लिए इस गोचर काल के दौरान हरिवंश पुराण का पाठ करें।

9. धनु राशि : Sagittarius
आपके अष्टम भाव में इस समय सूर्य का गोचर रहेगा। इसे अनिश्चितताओं और परिवर्तन का भाव भी कहा जाता है। यह गोचर आपके लिए चुनौतीपूर्ण रह सकता है। इस दौरान आपको किसी तरह का घाटा हो सकता है, जिसके चलते आप आर्थिक तौर पर असुरक्षित महसूस करेंगे।

पेशेवर जीवन में, वरिष्ठ अधिकारियों या सरकार से समस्याएं हो सकती हैं। इस समय आपके विरोधी सक्रिय हो सकते हैं, जिसके आपके विकास की गति धीमी पड़ सकती है। इस गोचर काल के दौरान ऋण लेने और ऋण देने से बचें।

इस गोचर काल के दौरान आप किसी कानूनी पचड़े में भी पड़ सकते हैं। वहीं लोगों के साथ आपके मतभेद होने के कारण व्यक्तिगत जीवन में उतार-चढ़ाव आ सकते हैं।

समय ठीक नहीं होने के चलते इस समय दुर्घटना होने की भी संभावना है। साथ ही पेट या दांतों से जुड़ी कोई समस्या आपको हो सकती है।

उपाय: शुभता के लिए बेल की जड़ को एक सफेद धागे में बांधकर गले में धारण करें।

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10. मकर राशि : Capricorn
मकर के सप्तम भाव में इस समय सूर्य का गोचर होगा। इस भाव में सूर्य का गोचर मकर राशि के जातकों के लिए बहुत शुभ नहीं कहा जा सकता। इस राशि के प्रेमी-प्रेमिकाओं की बात की जाए तो इस समय आपका जीवनसाथी आप पर वर्चस्व जमाने की कोशिश करेगा, जिसके कारण आप दोनों के बीच कहासुनी की स्थिति बन सकती है। इस राशि के जो जातक शादीशुदा हैं वो अपने जीवनसाथी के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हो सकते हैं।

वहीं सूर्य की इस स्थिति के चलते कार्यक्षेत्र में आप अपने सहकर्मियों या बॉस के साथ उलझ सकते हैं, जिसके कारण आपको मानसिक तनाव हो सकता है और परेशानियां बढ़ सकती हैं।

यदि आप बिजनेस करते हैं तो साझेदार के साथ भी आपके मतभेद हो सकते हैं। आपके प्रतिद्वंदी इस दौरान आपसे दो कदम आगे रहेंगे। इस समय आपके कुछ काम अटक सकते हैं जिसकी वजह से आप खुद को परेशान महसूस करेंगे। इस अवधि में तभी यात्रा करें जब यात्रा करना बहुत जरुरी हो। इस दौरान आपकी छवि खराब हो सकती है।

उपाय: शुभता के लिए पानी पीने के लिए तांबे के पात्र का इस्तेमाल करें।


11. कुंभ राशि : Aquarius
सूर्य इस समय कुंभ राशि के षष्ठम भाव में गोचर करेगा। इस भाव से आपके शत्रु, प्रतियोगिताओं आदि के बारे में विचार किया जाता है। षष्ठम भाव में सूर्य का गोचर कुंभ राशि के जातकों के लिए शुभ रहेगा।

इस गोचर काल के दौरान आप बाकी लोगों से अच्छा प्रदर्शन कर पाएंगे। इस अवधि में आप अपने लक्ष्यों और कार्यों को सफलता पूर्वक पूरा कर पाएंगे। लेकिन अपने जीवनसाथी को लेकर इस दौरान आपको कुछ चिंताएं हो सकती हैं।

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इस राशि के जो नई जॉब की तलाश कर रहे जातकों को कई अवसर मिल सकते हैं। इसके साथ ही वर्तमान जॉब में आपकी पदोन्नति हो सकती है या आपकी आमदनी बढ़ सकती है। इस समय सूर्य आपकी मुख्य खूबियों निखारने में मदद करेगा।

इस समय कामकाज से जुड़ी यात्राएं आपके लिए शुभ रहेंगी। आप अपने विरोधियों से चार कदम आगे रहेंगे। इस दौरान आपकी प्रतिरोधक क्षमता भी कमाल की रहेगी जिसके चलते आप जीवन का पूरा आनंद ले पाएंगे।

उपाय: शुभता के लिए बादाम खाने के साथ ही और जरुरतमंदों को इसका दान करें।

12. मीन राशि : Pisces
सूर्य का गोचर इस दौरान मीन राशि के जातकों के पंचम भाव में रहेगा। इस भाव से आपकी प्लानिंग और बुद्धि का पता चलता है। ऐसे में इस समय पेशेवर जीवन में आपके पास कोई ऐसा कार्य आ सकता है जिसके बारे में आपने सोचा न हो। इस समय उच्च अधिकारियों के साथ भी आपके मतभेद हो सकते हैं, जिसकी वजह से अनचाहे तनाव की स्थिति बन सकती है।

आप कुछ ऐसी स्थितियों का सामना कर सकते हैं जिनमें आपके दुश्मन या प्रतिद्वंदी आपको निशाना बना सकते हैं और आपको लक्ष्यों को प्राप्त करने से पीछे खींच सकते हैं। सूर्य की स्थिति के कारण निजी जीवन में आपका व्यवहार थोड़ा कठोर हो सकता है। इसके चलते रिश्तों में अहम का टकराव होने की भी संभावना है।

विवाहित जातक इस समय छोटे-छोटे मुद्दों को लेकर भी बहुत जल्दी नाराज और परेशान हो सकते हैं। इस समय आपको व्यवहार में लचीलापन लाने की जरुरत है। अगर आपके स्वास्थ्य जीवन की बात की जाए तो आपको गैस की समस्या हो सकती है।

उपाय: शुभता के लिए सुबह के समय आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें।



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