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पत्रिका कीनोट सलोन में बोले एलआइसी के एमडी विपिन आनंद- कोरोना से डरने की नहीं सीखने की जरुरत

नई दिल्ली। पत्रिका कीनोट सलोन में भारतीय जीवन बीमा निगम के प्रबंध निदेशक विपिन आनंद ने इंश्योरेंस की वर्तमान हालत और भविष्य को लेकर चर्चा करते हुए कहा कि कोविड-19 से केवल इंश्योरेंस सेक्टर ही नहीं, बल्कि सभी इंडस्ट्री जूझ रही हैं। इसके चलते कंपनियों के काम करने के तरीके में बदलाव हुआ है। इस दौरान कोरोना ने यह भी सिखा दिया है कि जीवन में इंश्योरेंस का कितना महत्व है। यह वो समय है जब हर इंसान के लिए इंश्योरेंस एक जरूरत बन गया है। इसी के तहत एलआइसी लगातार प्रयासरत है कि वो इस कठिन समय में ग्राहकों को बेहतर सुविधा मुहैया करा सके।

शुक्रवार को पत्रिका कीनोट सलोन में विपिन आनंद पत्रिका समूह के दर्शकों और पाठकों के सवालों का जवाब भी दे रहे थे। सलोन का मॉडरेशन पत्रिका के विशाल सूर्यकांत और मनीष रंजन ने किया। इस मौके पर विपिन आनंद ने कहा कि पोस्ट कोविड से लोगों की जीवनशैली में भी बदलाव दिखेगा। वहीं एलआइसी ने इस सकंट से निपटने के लिए अपनी कार्यप्रणाली में भी कई तरह से बदलाव किए हैं।

 

मसलन कंपनी ने ऑनलाइन माध्यम पर फोकस किया है। बीमा के प्रीमियम से लेकर क्लेम सैटलमेंट तक हर चीज ऑनलाइन करने की पहल की गई है। मई के अंत तक हम क्लेम सेटरमेंल और लोन की सुविधा को भी ऑनलाइन करने जा रहे है। एलआइसी की पहुंच गांव-गांव तक है चूंकि इसका दायरा बहुत बड़ा है इसलिए हमारे सभी सेंटर्स (चाहे वो छोटे से छोटे हों) सब जगह ऑनलाइन सुविधा को बढ़ाया गया है।

मई तक बिना ब्याज के जमा कर सकते हैं प्रीमियम

एलआइसी ने प्रीमियम भुगतान में छूट दी है। अब मार्च और अप्रैल का प्रीमियम 31 मई तक बिना ब्याज के भुगतान कर सकते हैं। अगर इस बीच दुर्भाग्यवश किसी की मृत्यु हो जाती है तो उसके पूरे दावे का भुगतान किया जाएगा। एक दिन में हमने 1748 शाखाओं में दावों का भुगतान किया है। लॉकडाउन में भी कंपनी दावों के भुगतान को लेकर प्रतिबद्ध है। आने वाले समय में केवल आधे घंटे में आपका पैसा आपके खाते में पहुंच जाएगा।

पॉलिसी लेने से पहले अपनी जरूरत समझें

इंश्योरेंश खरीदने से पहले यह जानें कि आप किस रिस्क के लिए पॉलिसी ले रहे हैं। उसी हिसाब से सम इंश्योर और टर्म तय करें। हमें अपनी जरूरत पूरी तरह से स्पष्ट होनी चाहिए, तभी हम ज्यादा स्पष्ट तरीके से पॉलिसी खरीद सकते हैं। अभी के दौर में जितनी ऑनलाइन टर्म पॉलिसी बिकी है उतनी ही पेंशन प्लान भी बिके हैं। इसका मतलब यह हुआ कि लोग अभी भी अपने भविष्य को लेकर ज्यादा चिंतित है, और उन्हें विश्वास है कि इस महामारी के बाद जीवित रहते हैं तो भविष्य को सुरक्षित करना सबसे जरूरी है।



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