दिल्लीः कोरोना संक्रमित गर्भवती महिला की 10 डॉक्टरों ने कराई सफल डिलीवरी, वार्ड को ही बनाया OT

नई दिल्ली। देशभर में कोरोना वायरस ( coronavirus ) का कहर लगातार बढ़ रहा है। देश में अब तक कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 2300 के पार पहुंच चुकी है जबकि इस जानलेवा वायरस के कारण 62 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। यही वजह है कि युद्धस्तर पर सरकारें इससे निपटने में जुटी हैं। इस बीच राजधानी दिल्ली ( Delhi ) से एक अच्छी खबर सामने आई है।

दिल्ली में पहली कोरोना संक्रमित गर्भवती महिला ( Pregnent Women ) की सफल डिलीवरी हुई है। 10 डॉक्टरों ( Doctor ) की टीम ने आइसोलेशन वार्ड ( Isolation ward ) को ऑपरेशन थियेटर ( Operation theatre ) बनाकर महिला की डिलीवरी कराई।

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कोरोना संकट के बीच राजधानी दिल्ली से सुकून देने वाली खबर सामने आई है। यहां कोरोना से संक्रमित गर्भवती महिला की एम्स के 10 डॉक्टरों ने मिलकर सफल डिलीवरी कराई। खास बात यह है कि बच्चा और मां दोनों स्वस्थ हैं।

एम्स के डॉक्टरों की टीम ने सफलतापूर्वक डिलीवरी करने के बाद कहा कि मां और बच्चे पूरी तरह ठीक हैं। एम्स के प्रसूति रोग विभाग के डॉक्टरों की एक टीम ने इसे अंजाम दिया।

डॉक्टरों के मुताबिक कोरोना वायरस को देखते हुए महिला की डिलीवरी समय से एक हफ्ते पहले ही कर दी गई।

ऐसे हुई सफल डिलीवरी
गर्भवती महिला के कोरोना से संक्रमित होने की वजह से उसे आइसोलेशन वॉर्ड में रखा गया था। ऐसे में डॉक्टरों ने बच्चे में कोरोना के खतरे को बचाने के लिए पहले तो इस आइसोलेशन वॉर्ड को ही ऑपरेशन थिएटर बना दिया।

इस डिलीवरी को कराने में 10 डॉक्टरों की टीम जुटी।
एम्स के डॉक्टरों की मानें तो जिस तरह योजना बनाई गई थी उसी तरह सब हुआ भी। महिला व बच्चे की आगे की जांच की जा रही है।

बच्चा मां के पास ही रहेगा भले ही महिला कोरोना वायरस से संक्रमित हों। एक वरिष्ठ डॉक्टर ने बताया कि सावधानी और सुरक्षा उपकरणों के जरिये बच्चा मां के पास रहकर कोरोना से बच सकता है। बच्चे को मां का दूध भी पिलाया जा रहा है।

कुछ दिनों बाद होगी बच्चे की जांच
डॉक्टर के मुताबिक अभी ऐसा कोई शोध नहीं है जो यह कह सके कि मां का दूध पीने से बच्चा संक्रमित हो जाएगा, हालांकि हमने बेहद सावधानी और उपकरणों के साथ बच्चे को मां के साथ छोड़ा है। कुछ दिन बाद बच्चे की जांच कराई जाएगी।

दरअसल, गुरुवार को एम्स के फिजियोलॉजी विभाग के डॉक्टर में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई थी। उनकी 9 महीने की गर्भवती पत्नी की जांच कराई तो वह भी कोरोना संक्रमित निकली। इसके बाद ही डॉक्टर ने पत्नी की डिलीवरी का मन बनाया।



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