Aaj Ka Ank Jyotish: साल के पहले शुक्रवार को इन अंकों में शुभ योग

अंक 01: निजी संबंधों में एक दूसरे की प्रतिभाओं का व्यावसायिक उपयोग करना अपने हित में रहेगा। समय का दुरूपयोग न करें व पूर्णतः अपनी कार्यक्षमता को बढ़ाने के लिए करें। अनुकूलता के लिए अनावश्यक हास्यविनोद से बचें।


अंक 02: अपने व्यवहारिक ज्ञान को प्रदर्शित करने के कोशिश न करें। वर्तमान समय बदलाव के लिए बहुत अच्छा है। अतः किसी समानांतर काम के लिए विचार कर सकते हैं। अनुकूलता के लिए तुलसी जी के समीप घी का दीपक लगाएं।


अंक 03: महिलाओं की बातों में आकर घर की साज-सज्जा पर अत्याधिक खर्च हो सकता है। व्यक्तिगत संबंधों में अनबन को घर में सुलझाने का प्रयास करें व बाहर ले जाने से बचें। अनुकूलता के लिए बुजुर्गों का आशीर्वाद लेकर घर से निकलें।


अंक 04: भौतिकवादी विचारों के चलते पूजन कर्म करने में कठिनाई का अनुभव होगा। भाग्य के भरोसे किये गए कार्यों में असफल रहेंगे। दूसरों की सलाह को पर्याप्त महत्व दें। अनुकूलता के लिए देवस्थल में कच्चे नारियल चढ़ाएं।


अंक 05: आपके जोशपूर्ण व्यवहार से क्षेत्र में संबंध तो बहुत सारे बन जाएंगे किंतु उनका चयन आशानुरूप नहीं हो पाएगा। अपनी अक्ल के व्यावसायिक उपयोग पर विचार करना होगा। अनुकूलता के लिए पीले रंग का कोई भी एक वस्त्र धारण करें।


अंक 06: तेजी मंदी के व्यवसाय में सिर्फ अतिरिक्त पैसे को लगाते हुए मूलधन के उपयोग से बचें। साथियों के साथ किये गए वादे को निभाने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा। अनुकूलता के लिए घर में घी का दीपक लगाएं।


अंक 07: विद्यार्थियों को मौजमस्ती का जीवन भूलकर पूर्णतः पढ़ाई में ध्यान लगाना होगा अन्यथा परिणाम प्रभावित हो सकते हैं। पूर्णतः आलस्य का त्याग कर काम पर जुटना होगा। अनुकूलता के लिए बच्चों में मिठाई का वितरण करें।


अंक 08: अपने सरल स्वभाव के कारण किसी ऐसी जगह पैसा दे सकते हैं, जहां से वसूली में दिक्कतें आती है। सामाजिक क्षेत्र में अपने उद्देष्य को पूर्ण करने में सफल रहेंगे। अनुकूलता के लिए दूसरों की सलाह को प्राथमिकता दें।


अंक 09: भोग-विलास की जीवनशैली शिक्षण कार्यों से स्वयं को दूर कर देगी। अतः ध्यान देकर कार्य करें। किसी पुराने विवाद को लेकर अपने वर्तमान को खत्म करने से बचकर रहें। अनुकूलता के लिए किसी भी मंदिर में ध्वजा चढ़ाएं।



from Patrika : India's Leading Hindi News Portal
Read The Rest:patrika...

No comments

Powered by Blogger.