महाभियोग पर सुनवाई: डोनाल्ड ट्रंप ने अपने ट्वीट को लेकर दी सफाई

वाशिंगटन। हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव की महाभियोग सुनवाई के दूसरे दिन डोनाल्ड ट्रंप और यूरोपीय संघ के अमरीकी राजदूत गॉर्डन सोंडलैंड के बीच एक अनसुने फोन कॉल का खुलासा हुआ। इस दौरान राष्ट्रपति यूक्रेनी जांच के बारे में पूछताछ करते सुने गए।

शुक्रवार को बड़े घटनाक्रम में यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंसकी के साथ ट्रंप की पहली फोन कॉल का विश्लेषण किया गया। ट्रंप ने दावा किया है कि पद पर रहते हुए उनके आचरण में खुलापन है। वह आधुनिक समय का राष्ट्रपति है। उस दौरान वह ट्वीट कर खासे सक्रिय थे। उन्होंने कहा कि यह बात यूक्रेन के राष्ट्रपति ने बिना कोई फेवर लेते हुए कही है।

गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ महाभियोग की जांच से जुड़ी पहली सार्वजनिक सुनवाई बुधवार को वाशिंगटन में शुरू हुई। महाभियोग सुनवाई का टेलीविजन पर पहली बार प्रसारण हुआ। ट्रंप पर आरोप हैं कि उन्होंने अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी जो बाइडेन और उनके पुत्र के खिलाफ जांच जांच शुरू करने के लिए यूक्रेन पर दबाव बनाया।

हालांकि, अमरीकी राष्ट्रपति ने इन आरोप से इनकार किया है। हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स के सांसदों के सामने सबसे पहले पेश होने वाले गवाहों में शीर्ष राजनयिक बिल टेलर और जॉर्ज केंट शामिल हैं। जॉर्ज केंट अमरीका की यूक्रेन नीति के प्रभारी हैं।

राजनयिकों को बदनाम करने का आरोप लगा

बिल टेलर और जॉर्ज केंट ने डोनॉल्ड ट्रंप के वकील रूडी जूलियानी पर यूक्रेन में मौजूद अमरीकी राजनयिकों को बदनाम करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि जूलियानी के हमलों ने अमरीका और यूक्रेन के राष्ट्रीय हितों की अवहेलना की और दोनों देशों के रिश्तों को नुकसान पहुंचाया। इस महाभियोग के नतीजे के तौर पर ट्रंप को अमरीका के राष्ट्रपति के पद से हटाया जा सकता है। हालांकि, यह तभी होगा, जब हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स उन पर महाभियोग लगाए और सीनेट उसे मंजूरी दे।

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