तुर्की ने अमरीकी धमकी को किया दरकिनार, कहा- रूसी एस-400 की खरीद से पीछे नहीं हटेंगे

अंकारा। तुर्की ने साफ संदेश दिया है कि वह अमरीका की धमकी है बावजूद रूस से एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम (S-400 Air Defence Systems) की खरीद से पीछे नहीं हटेगा। तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन के प्रवक्ता इब्राहिम कालिन ने सरकारी प्रसारक टीआरटी हाबर को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि अपने कदम वापस लेने का सवाल ही नहीं, तुर्की एस-400 को सक्रिय करेगा।

अमरीका ने बीते महीने वायदा किया था कि अगर तुर्की ने एस-400 प्रणाली सक्रिय नहीं की तो उसे 2017 के कानून के तहत प्रतिबंधों से मुक्त कर दिया जाएगा। तुर्की का रूस से सौदा और जुलाई में इस प्रणाली की आपूर्ति नाटो सहयोगियों तुर्की और अमरीका के बीच तनाव का एक प्रमुख कारण है।

सीएएटीएसए नाम का अमरीकी कानून रूस से हथियारों की खरीद पर पाबंदी लगाने का अधिकार देता है। इस खरीद के परिणाम में तुर्की को एफ-35 युद्धक विमान कार्यक्रम से भी हटा दिया गया था। अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ बुधवार को हुई एर्दोआन की बातचीत के एजेंडे में यह भी मुद्दा शामिल था।

एस-400 लंबी दूरी की अत्याधुनिक वायु रक्षा मिसाइल सिस्टम है जो 2007 से रूस में सेवा में है। एस-400 दुनिया की अत्याधुनिक मिसाइल प्रणाली है। यह 30 किलोमीटर की ऊंचाई तक लक्ष्य पर निशाना साध सकती है।

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