इस विधि से करें बप्पा की विदाई सालभर बनी रहेगी उनकी कृपा
गणपति बप्पा इस दौरान लगभग सभी घरों में विराजे हैं। गणेश चतुर्थी से अनंत चतुर्थी तक 10 दिनों का उत्सव बड़ी धूम-धाम से मनाया जाता है। सभी भक्त इन दिनों बप्पा को प्रसन्न करने के लिए बहुत उपाय व पूजा-पाठ करते हैं। उन्हें उनकी सभी प्रिय वस्तु अर्पित करते हैं। लेकिन अंत में अनंत चतुर्थी ( Anant chaturthi 2019 ) के दिन भगवान श्री गणेश की प्रतिमा का विसर्जन ( ganesh visarjan ) कर उनसे बिदाई लेने का दिन होता है। इस दिन हम उनसे बिदाई लेते हैं।
पंडित रमाकांत मिश्रा नें बताया कि जिस प्रकार हम गणपति जी की प्रतिमा को धूम-धाम व विधान के साथ विराजित करते हैं उसी विधि-विधान से उन्हें विदाई भी देना होती है। बप्पा के विसर्जन के समय बहुत सी चीज़ों का ध्यान रखना चाहिए और यह कोशिश जरुर करें के कोई गलती ना हो वरना गणेश जी नाराज़ हो सकते हैं। तो आइए जानते हैं कैसे करना चाहिए गणेश जी को विदा..
ऐसे करें बप्पा की बिदाई
1. अनंत चतुर्थी के दिन सबसे पहले गणेश जी की आरती करें और उन्हें उनका प्रिय भोग लगाएं।
2. इसके बाद एक स्वच्छ पाटा लें और उसे गंगाजल से पवित्र करें।
3. पाटे को गंगाजल से पवित्र करने के बाद उस पर पील या लाल कपड़ा बिछाएं और उसके बाद उस पर स्वास्तिक बनाएं, उस पर थोड़े से चावल रखें फिर पाटे के चारों कोनों पर चार सुपारी रखें।
4. चारों तरफ सुपारी रखने के बाद गणपति बप्पा को मंत्रों के साथ स्थापना वाली जगह से उठाकर इस पाटे पर बैठाएं। पाटे पर विराजित करने के उपरांत उनके साथ फल, फूल, वस्त्र, दक्षिणा, 5 मोदक रखें।
7. माना जाता है कि उन्हें रास्ते में कोई परेशानी ना हो इसके लिए भी कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। जिसके अनुसार एक छोटी लकड़ी लें, उस पर चावल, गेहूं और पंच मेवा की पोटली बनाकर बांधें। उन्हें यथाशक्ति दक्षिणा (सिक्के) रखें। जिससे की बप्पा को विदा के समय कोई परेशानी ना हो।
8. नदी, तालाब या पोखर के किनारे विसर्जन से पूर्व कपूर से बप्पा की दोबारा आरती करें। श्री गणेश से खुशी-खुशी बिदाई की कामना करें और उनसे धन, सुख, शांति, समृद्धि के साथ मनचाहे आशीर्वाद मांगे। अंत में बप्पा से अपनी गलतियों की क्षमा मांगें।
9. आजकल इको प्रेंडली गणेश घर में स्थापित किये जाते हैं जिनसा विसर्जन लोग घरों में भी करते हैं। तो यदि आप भी घर में बप्पा का विसर्जन कर रहे हैं तो एक साफ गमले में साफ मिट्टि डालें। उसके उपर स्वास्तिक बनाएं और मंत्रोच्चार के साथ गणेश प्रतिमा को बैठाएं। अब गंगा जल डालकर उनका अभिषेक करें। फिर साफ जल लेकर गमले को पूरा भर दें।
10. श्री गणेश प्रतिमा गलने लगेगी तब उनमें फूलों के बीज डाल दें।
13. श्री गणेश को भावविह्वल होकर प्रणाम करें। गमला घर की किसी स्वच्छ जगह पर रखें।
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