Yogini ekadashi: इस दिन करें लक्ष्मी जी के द्वादशनाम स्तोत्रम् का पाठ, पैसों की समस्या हो जाएगी दूर
29 जून को आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी है। इस एकादशी को योगिनी एकादशी ( yogini ekadshi ) कहा जाता है। पद्म पुराण के अनुसार योगिनी एकादशी को समस्त पापों का नाश करने वाली माना गया है। सालभर में आने वाली सभी एकादशी का महत्व स्वयं श्री कृष्ण ने युधिष्ठिर को बताया था। सभी एकादशियों का अपना अलग महत्व और उनके फल प्राप्त होते हैं। एकादशी पर विष्णुजी के निमित्त पूजा व व्रत किया जाता है। लेकिन पंडित रमाकांत मिश्रा ने बताया की इस दिन विष्णु जी के साथ देवी लक्ष्मी की पूजा भी की जाती है। जिससे की जातक की धन ( money ) संबंधि समस्याएं दूर होती है। एकादशी ( Ekadashi ) के दिन देवी के 12 नाम वाले श्री लक्ष्मी ( Laxmi ) द्वादशनाम स्तोत्रम् का पाठ करने से आपको तुरंत फल प्राप्त होते हैं।
सच्चे श्रद्धाभाव से करें इस मंत्र का जप, धन के अभाव से जल्द मिलेगी मुक्ति
देवी लक्ष्मी के 12 नाम वाले द्वादशनाम स्तोत्रम् पाठ
ये है श्री लक्ष्मी द्वादशनाम स्तोत्रम्
ईश्वरीकमला लक्ष्मीश्चलाभूतिर्हरिप्रिया।
पद्मा पद्मालया सम्पद् रमा श्री: पद्मधारिणी।।
द्वादशैतानि नामानि लक्ष्मी संपूज्य य: पठेत्।
स्थिरा लक्ष्मीर्भवेत्तस्य पुत्रदारादिभिस्सह।।
स्तोत्र के पाठ की विधि
एकादशी पर सुबह जल्दी उठें और स्नान के बाद सूर्य को जल चढ़ाएं। घर के मंदिर में पूजा करने का संकल्प लें। भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी की पूजा करें। देवी लक्ष्मी को लाल गुलाब के फूल बहुत प्रिय हैं, इसलिए उन्हें लाल फूल अर्पित करें। इसके बाद भगवान की मूर्ति के सामने बैठकर स्फटिक की माला लेकर इस स्त्रोत का जाप करें। इस स्तोत्र का पाठ कम से कम 108 बार करें। श्रद्धाभाव व स्वच्छता से इस पाठ को करने पर सफलता जरूर प्राप्त होगी। लेकिन एक बात का हमेशा ध्यान रखें की इस पाठ को करते समय अपने भाव सही रखें। अर्थात पूजा करने वाले व्यक्ति को गलत कामों व गलत विचारों से बचना चाहिए। वरना पूजा का कोई असर नहीं होगा।
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